कोरोना वैक्सीनेशन के मामले में 5वें नंबर पर पहुंचा राजस्थान, रफ्तार में देखी गई 150% की बढ़ोतरी

राजस्थान में कोरोना का कहर थम सा गया हैं जहां 31 जुलाई के बाद से किसी मरीज की भी कोरोना के कारण मौत नहीं हुई है। इसी के साथ प्रदेश की रिकवरी दर देश में सबसे अधिक 99.04 प्रतिशत पहुंच चुकी है। राजस्थान में गुरुवार को 12 नए मरीज मिले और 12 ही ठीक हुए। अब कुल एक्टिव रोगी केवल 153 रह गए हैं। इसी बीच वैक्सीनेशन ने भी रफ्तार पकड़ी हैं 150% की बढ़ोतरी देखी गई हैं। इनमें से 68% टीके ग्रामीण आबादी को लगे हैं। ये इसलिए भी राहत का बड़ा संकेत है क्योंकि यहां कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा था और लोग शुरू में टीका लगवाने के लिए आसानी से राजी नहीं हो रहे थे।गत एक महीने में यहां 1.08 करोड़ डोज लग चुकी हैं। जबकि उससे पहले तक हर महीने 45 से 70 लाख डोज ही लग रही थीं. वैक्सीनेशन के मामले में राजस्थान देश में 5वें नंबर पर पहुंच गया हैं जहां करीब 3.85 करोड़ डोज वैक्सीन की लगाई जा चुकी हैं।

प्रदेश के ग्रामीण आबादी वाले 26 जिलों में कुल टीकायोग्य आबादी 3.35 करोड़ में से 1.87 करोड़ को कम से कम एक डोज लग चुकी है यानी 55.82% आबादी कवर हो चुकी है। दो महीने पहले तक ग्रामीण इलाकों वाले जिले 16 से 30% तक ही ग्रामीण आबादी का वैक्सीनेशन कर पाए थे। मगर 15 अगस्त के बाद आंकड़ों की ये तस्वीर बिल्कुल बदल गई।

ग्रामीण इलाकों में भी नागौर को छोड़कर सभी में 52% से अधिक वैक्सीनेशन हो चुका है। 15 जिले तो ऐसे हैं, जो अगले 15 दिन में 70% पार वैक्सीनेशन योग्य आबादी का टीकाकरण कर चुके होंगे। प्रदेश में अब तक कुल 3.85 करोड़ डोज लग चुकी हैं। इसमें से 2.92 करोड़ को पहली और 92.64 लाख को दोनों डोज लग चुकी हैं। लिहाजा 56.9% आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है।