राजस्थान / अब टिड्डियों की खेर नहीं, ड्रोन की मदद से होगा इनका खात्मा, सफल रहा प्रयोग

राजस्थान अब ड्रोन की मदद से टिड्डियों का खात्मा करेगा। इसके लिए मंगलवार को शाम को ड्रोन की मदद से पहली बार जयपुर के सामोद क्षेत्र में कीटनाशक छिड़काव किया गया। कृषि आयुक्त डॉ ओमप्रकाश का कहना है कि ड्रोन से छिड़काव के अच्छे रिजल्ट मिले हैं और आगामी दिनों में ज्यादा ड्रोन के जरिए कीटनाशक छिड़काव किया जाएगा। कृषि आयुक्त ने बताया कि ड्रोन से 1 घंटे में 10 एकड़ क्षेत्र में कीटनाशक का छिड़काव किया जा सकता है।

कृषि आयुक्त ने बताया कि खास तौर पर ऊंचाई वाले और ऐसे क्षेत्र जहां आसानी से माउंटेड स्प्रेयर और दमकलें नहीं जा सकती वहां ड्रोन का उपयोग फायदेमंद साबित होगा। इन क्षेत्रों में टिड्डी नियंत्रण में बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार तो बिना नियंत्रण के ही उस क्षेत्र को छोड़ना पड़ता है। अब पहाड़ी, संकरे रास्तों और कांटों वाले क्षेत्रों में आसानी से टिड्डी नियंत्रण हो पाएगा।

कृषि आयुक्त डॉ. ओमप्रकाश के मुताबिक अभी किराए पर ड्रोन की व्यवस्था की गई है। आने वाले दिनों में भी किराए पर ही ड्रोन लेकर टिड्डी नियंत्रण में उपयोग लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ड्रोन खरीदने का खर्च ज्यादा होने और तकनीकी कर्मचारियों की व्यवस्था नहीं होने से ड्रोन खरीदने की बजाय किराए पर लेने का प्लान है।

फायदेमंद लेकिन कुछ बाधाएं भी हैं

उधर कृषि विभाग के दूसरे कुछ अधिकारियों का कहना है कि ड्रोन का उपयोग फायदेमंद तो है लेकिन इसमें कुछ तकनीकी बाधाएं भी हैं। दरअसल ड्रोन जहां से उसे उड़ाया जाता है वहीं से छिड़काव शुरू कर देता है और प्रभावित जगह तक पहुंचते-पहुंचते उसका काफी रसायन खत्म हो चुका होता है। वहीं उसे लगातार ज्यादा देर तक नहीं उड़ाया जा सकता।