राजस्थान: 25 वर्षीय युवती से गैंगरेप, रस्सी से बांधकर दूसरी मंजिल से फेंका

चुरू जिला मुख्यालय के धर्मस्तूप पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर 4 व्यक्तियों ने दिल्ली की 25 वर्षीय युवती से गैंगरेप किया। बाद में आरोपियों ने शराब के नशे में दरिंदगी की हदें पार करते हुए उसे रस्सी से बांधकर दूसरी मंजिल की खिड़की के बाहर फेंक दिया। गनीमत रही की रस्सी बिजली के पोल में उलझ कर अटक गई। इससे करीब दो घंटे तक युवती बिजली के पोल से लटकी रही। बाद में सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को नीचे उतारा। उसे स्थानीय डेडराज भरतीया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस उपाधीक्षक ममता सारस्वत ने बताया कि पीड़िता 25 वर्षीय युवती मूलतया असम की रहने वाली है। वर्तमान में वह दिल्ली में रहती है। उसके मां व भाई असम रहते हैं। वह दिल्ली में छोटा-मोटा काम कर घर चलाती है।

महिला थाना पुलिस ने इस संबंध में चूरू के इंद्रपुरा निवासी विक्रम सिंह, भवानी सिंह, देवेंद्र सिंह और चैनपुरा के बुल्ला उर्फ सुनील के खिलाफ आईपीसी की संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है की आरोपी भवानी सिंह सरकारी स्कूल में टीचर है। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल मुआयना करा लिया है। वह आरोपियों की तलाश कर रही है।

पीड़िता ने बताया कि चूरू निवासी सुनील उर्फ राजू ने उसे काम दिलाने का आश्वान देकर चूरू बुलाया था। इस पर वह शुक्रवार को चूरू आ गई थी। बस स्टैंड पर उसे कार सवार एक युवक लेने आया। उसने बताया कि राजू ने उसे लेने के लिये भेजा है। इस पर युवती कार में सवार होकर उसके साथ चली गई। युवक उसे एक कमरे में ले गया और कहा कि सुबह उसे काम दिलवा देंगे।

पीड़िता ने बताया कि कमरे में विक्रम राजपूत, भवानी, देवेन्द्र सिंह उर्फ बुल्ला और सुनील राजपूत चैनपुरा बड़ा ने शराब पीना शुरू कर दिया। पीड़िता ने कहा कि युवकों से काम दिलाने के लिए कहने पर आरोपी देवेन्द्र सिंह ने धमकाते हुए कहा कि तुझे काम नहीं दिलाएंगे। उसके बाद उसने उससे दुष्कर्म किया। इसके बाद विक्रम और अन्य युवकों ने भी उसके साथ रेप किया। बलात्कार के बाद चारों युवकों आपस में झगड़ा शुरू कर दिया।

पीड़िता ने बताया कि उसके बाद आरोपियों ने रस्सी से उसके हाथ-पैर बांधकर मकान की दूसरी मंजिल की खिड़की से धक्का दे दिया लेकिन हाथ में बंधी रस्सी बिजली के खम्भे में अटकने से वह वहां लटक गई और बच गई। वह काफी देर तक खंभे पर काफी देर तक उसी हालत में लटकी रही। बाद में किसी तरह से उसने पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस वहां पहुंची और उसे वहां से नीचे उतारा।