नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष पर हमला बोलते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हम रील नहीं बनाते, कड़ी मेहनत करते हैं। दिखावा करने के लिए रील बनाने वाले नहीं हैं। रेल हादसे को लेकर विपक्ष के हंगामे से नाराज अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जो लोग यहां चिल्ला रहे हैं, उनसे पूछा जाना चाहिए कि सत्ता में रहते हुए 58 साल में वो एक किलोमीटर भी ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन यानी ATP क्यों नहीं लगा पाए। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 2016 में संशोधन लाकर लोको पायलट की कार्य स्थितियों में सुधार किया है।
उन्होंने कहा, लोको पायलटों के औसत कामकाजी और आराम का समय 2005 में बनाए गए एक नियम से तय होता है। 2016 में नियमों में संशोधन किया गया और लोको पायलटों को अधिक सुविधाएं दी गईं। सभी रनिंग रूम- 558 को वातानुकूलित बनाया गया। लोको कैब बहुत अधिक कंपन होता है, गर्म होता है और इसलिए 7,000 से अधिक लोको कैब वातानुकूलित हैं। यह सब उन लोगों के समय में शून्य था, जो आज रील बनाकर सिम्पैथी दिखाते हैं।
जब अश्विनी वैष्णव सदन में बोलने के लिए खड़े हुए तो विपक्षी सांसद अश्विनी वैष्णव हाय हाय के नारे लगाने लगे। इसके बाद उन्होंने अपना आपा खो दिया और संसद में विपक्षी सांसदों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा, जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थीं, तो वह दुर्घटनाओं की संख्या बताती थीं। 0.24 प्रतिशत से घटकर 0.19 प्रतिशत होने पर ये लोग सदन में ताली बजाते थे और आज जब यह 0.19 प्रतिशत से घटकर 0.03 प्रतिशत हो गई है, तो वे इस तरह का आरोप लगाते हैं। क्या यह देश इसी तरह चलेगा?
उन्होंने आगे कहा, रेलवे के सुधार के लिए सबको साथ आना होगा। सपा और कांग्रेस ने एक रणनीति के तहत अयोध्या के पुराने रेलवे स्टेशन की दीवार की तस्वीर शेयर करके नए रेलवे स्टेशन के डैमेज होने की बात कही थी, जो झूठ निकला। सोशल मीडिया की अपनी ट्रोल सेना की मदद से कांग्रेस झूठी बातें फैलाती है। क्या वे उन 2 करोड़ लोगों के दिलों में डर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं जो हर दिन रेलवे से यात्रा करते हैं। हम वे लोग नहीं हैं जो रील बनाते हैं, हम कड़ी मेहनत करते हैं, आप जैसे लोग केवल और केवल पब्लिसिटी के लिए, दिखावे के लिए रील बनाते हैं।