अग्निवीर विवाद के बीच राहुल गांधी का ताजा हमला, बीमा और मुआवजा अलग-अलग

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बार फिर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए अग्निवीर अजय कुमार के परिवार के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें सरकार से अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिला है। रायबरेली के सांसद ने एक्स पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें मृतक अग्निवीर के पिता कह रहे हैं कि उनके परिवार को एक निजी बैंक से बीमा के रूप में 50 लाख रुपये और सेना समूह बीमा कोष से 48 लाख रुपये मिले थे।

वीडियो में गांधी परिवार के वंशज ने इस बात पर जोर दिया कि परिवार को सरकार से कोई अनुग्रह राशि नहीं मिली है और सवाल किया कि वेतन बकाया उनके बैंक खाते में क्यों नहीं जमा किया गया है।

इसी वीडियो में राहुल गांधी ने दावा किया कि अजय कुमार के परिवार को सरकार से वह सहायता नहीं मिली जो मिलनी चाहिए थी, उन्होंने 'मुआवजा' और 'बीमा' में अंतर किया।

गांधी ने हिंदी में एक पोस्ट में कहा, शहीद अग्निवीर अजय कुमार के परिवार को आज तक सरकार से कोई मुआवजा नहीं मिला है। 'मुआवजा' और 'बीमा' में अंतर है। बीमा कंपनी द्वारा ही शहीद के परिवार को भुगतान किया गया है।

उन्होंने कहा, देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले हर शहीद के परिवार का सम्मान किया जाना चाहिए लेकिन मोदी सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है। सरकार चाहे जो भी कहे, यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है और मैं इसे उठाता रहूंगा।

राहुल गांधी ने कहा कि INDIA गठबंधन कभी भी सशस्त्र बलों को कमजोर नहीं होने देगा।

वीडियो में कुमार के पिता ने दोहराया कि केंद्र सरकार से कोई पैसा नहीं मिला है और मांग की है कि उनके परिवार को पेंशन और कैंटीन कार्ड सहित सभी वादा किए गए सुविधाएं दी जाएं।

शहीद के पिता ने कहा, राजनाथ सिंह ने कहा था कि शहीदों के परिजनों को एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे। हमें वह भी नहीं मिला।

इसके अलावा, राहुल गांधी ने तर्क दिया कि भारत में दो तरह के शहीद होते हैं- सामान्य जवान और अग्निवीर- जो उनके मरणोपरांत मिलने वाले लाभों में असमानताओं को उजागर करते हैं।

पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा, दोनों शहीद होंगे, लेकिन एक को शहीद का दर्जा मिलेगा जबकि दूसरे को नहीं। एक को पेंशन मिलेगी, जबकि दूसरे को नहीं। एक को कैंटीन (सुविधा) मिलेगी, दूसरे को नहीं। अगर किसी ने देश के लिए अपनी जान दी है, तो उन्हें सम्मान मिलना चाहिए।

इस बीच, कांग्रेस ने केंद्र से अल्पकालिक सैन्य भर्ती के लिए अग्निपथ योजना पर श्वेत पत्र लाने को कहा है, ताकि देश को जमीनी हालात की वास्तविकता का पता चल सके।

पार्टी ने यह भी आरोप लगाया है कि राजनाथ सिंह ने अग्निवीर के परिवारों को मुआवजे के मुद्दे पर संसद में झूठ बोला और इसके लिए माफी की मांग की। 23 वर्षीय अग्निवीर अजय कुमार 18 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास बारूदी सुरंग विस्फोट में मारे गए थे।