राहुल गांधी ने वैक्सीनेशन को लेकर केंद्र सरकार पर कसा तंज, केंद्रीय मंत्रियों ने दिए ऐसे जवाब

कोविड-19 की वैश्विक महामारी ने पूरी दुनिया को जकड़ रखा है। भारत में भी करीब सवा साल से कोरोनावायरस कहर बरपा रहा है। लोगों की जान गई, असहनीय पीड़ा झेली, रोजी-रोटी के लाले पड़ गए…और न जाने क्या-क्या। इन सबके बीच राजनीति भी अनवरत जारी रही। सत्ताधारी और सत्ताविहीन दोनों पक्षों के नेता ही देश को संकट से बाहर निकालने की कोशिश करने के बजाय एक-दूसरे को दोषी बताने में व्यस्त हैं।

अब एक बार फिर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपानीत केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने शुक्रवार को ट्वीट कर लिखा कि जुलाई आ गया है, वैक्सीन नहीं आई। राहुल लगातार सरकार की वैक्सीनेशन नीति पर सवाल खड़े कर रहे हैं। राहुल ने पूर्व में भी कहा था कि सरकार को जल्द से जल्द बड़ी संख्या में टीकाकरण करना चाहिए, जिससे कम समय में ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगे और सुरक्षा मिल सके।


डॉ. हर्षवर्धन और नकवी ने यूं किया पलटवार

राहुल का आरोप सरकार को जमकर अखरा और उसके मंत्रियों ने उन पर पलटवार किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ट्वीट किया कि बीते दिन ही मैंने जुलाई के बारे में वैक्सीन के आंकड़े रखे थे। राहुल गांधी की क्या दिक्कत है, क्या वो पढ़ते नहीं हैं। अहंकार और अज्ञानता की कोई वैक्सीन नहीं है। कांग्रेस को अपने नेतृत्व के बारे में सोचना चाहिए। एक और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि राहुल गांधी के पास तथ्यों की कंगाली है, इसलिए उनको कुतर्कों का मवाली बना दिया है।

आज दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भारत में चल रहा है और सभी समाज के लोग इसमें बढ़-चढ़कर के भाग ले रहे हैं और इसे सामाजिक क्रांति के तौर पर देखा जा रहा है। कांग्रेस भ्रम का भाव खड़ा करके कंफ्यूजन पैदा करने की कोशिश कर रही है। राहुल गांधी जिम्मेदार तो है नहीं, इस कारण इस तरीके का व्यवहार कर रहे हैं। ऐसा बयान राहुल गांधी का बंटाधार कर रहा है।


गौरव भाटिया ने पूछा, राहुल को सदबुद्धि कब आएगी

भाजपा के नेता गौरव भाटिया ने राहुल पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र की अगुवाई में वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है। पिछले 11 दिन में औसतन 62 लाख वैक्सीन रोजाना लगाई गई हैं। कांग्रेस की ओर से भ्रम फैलाया जा रहा है, राहुल को सदबुद्धि कब आएगी। उन्हें नफरत का मोतियाबिंद है।

राहुल ने कभी कोविड को मोविड कहा, लेकिन हमने कभी रोविड नहीं कहा जो देश को खोखला करने में लगा है। आपको बता दें कि 21 जून को योग दिवस के मौके पर देश में एक दिन में करीब 90 लाख वैक्सीन की डोज लगाई गई थीं। इसके बाद यह संख्या काफी कम हो गई। सरकार ने पहले दावा किया था कि जुलाई से वैक्सीनेशन की रफ्तार में तेज़ी आएगी।