लुधियाना : नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ लगे पोस्टर, पूछा- अमेठी से चुनाव हार गए राहुल, आप राजनीति कब छोड़ेंगे!

नाराज़ कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) अपने पोर्टफोलियो में बदलाव को डिमोशन के तौर पर देख रहे हैं। पिछले कई दिनों से वह इसी उम्मीद में दिल्ली में डेरा जमाए बैठे थे कि हाई कमान उनके हक में कोई फैसला ले। इस दौरान सिद्धू दो दफा कैबिनेट की बैठकों में भी गैरहाजिर रह चुके हैं। सिद्धू ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की। इसके अलावा वह प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) से भी मुलाकात कर चुके हैं। जहां एक तरफ नवजोत सिंह सिद्धू दिल्ली में है वही दूसरी तरफ पंजाब के लुधियाना में सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) पर निशाना साधते हुए पोस्टर लगाए गए हैं।

पोस्टरों में सिद्धू के राजनीति छोड़ने पर सवाल

पखोवाल रोड पर लगाए गए इन पोस्टरों में सिद्धू के राजनीति छोड़ने पर सवाल उठाए गए हैं। दरअसल सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने कहा था कि अगर लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी अमेठी से हारे तो वह राजनीति छोड़ देंगे। वहीं राहुल गांधी अमेठी से बीजेपी नेता स्मृति ईरानी से 55,120 वोटों से चुनाव हार गए थे। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस (Congress) नेता नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर मोहाली में पोस्टर लगाए गए थे।

दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि अगर राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार गए तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। सिद्धू को क्या पता था कि 'मोदी लहर' में राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार जाएंगे जिसे गांधी परिवार का सबसे मजबूत गढ़ कहा जाता है।

सिद्धू के इसी बयान को आधार बनाकर मोहाली में पोस्टर लगाए गए थे। अंग्रेजी और पंजाबी में लगाए गए पोस्टरों में लिखा था, ''तो आप राजनीति कब छोड़ रहे हैं... समय आ गया है अब आप बात रखें... हम आपके इस्तीफे की प्रतीक्षा कर रहे हैं'।

आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद भी नवजोत सिंह सिद्धू अपने इसी बयान की वजह से सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए थे। उन्हें काफी आलोचना भी झेलनी प़़ड़ी थी।

इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को 408,651 वोट मिले थे जबकि भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी को 300,748 वोट मिले थे। तब कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्रीय मंत्री को 1,07,000 वोटों के अंतर से हराया था। राहुल गांधी अमेठी से लगातार तीन बार सांसद रहे। उन्होंने 2009 में यह सीट 3,50,000 से भी ज्यादा मतों से जीती थी। कांग्रेस अध्यक्ष यहां से पहली बार 2004 में चुन कर संसद पहुंचे थे।