कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्नाव और कठुआ गैंगरेप मामले को लेकर गुरुवार देर रात इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला। राहुल के अलावा प्रियंका गांधी, रॉबर्ट वाड्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, अंबिका सोनी, सलमान खुर्शीद, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल समेत दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के तमाम नेता शामिल हुए। इस दौरान उनकी बहन प्रियंका गांधी को भीड़ का सामना करना पड़ा। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। प्रियंका गांधी के साथ उनकी 15 साल की बेटी मिराया वाड्रा भी थीं, जो जम्मू-कश्मीर और यूपी में हुए भयावह रेपकांड के विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुई थीं। जिसके बाद प्रियंका ने कार्यकर्ताओं को जमकर फटकार लगाई। दरअसल हुआ कुछ यूं कि मार्च के दौरान प्रियंका को कार्यकर्ताओं ने घेर लिया था और वह बाहर नहीं निकल पा रही थीं।
धक्का-मुक्की की वजह से प्रियंका डर गईं। गुस्से में आगबबूला होकर उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि कोई भी एक-दूसरे को धक्का नहीं मारेगा। आपको पता होना चाहिए कि आप किस वजह से यहां पर हैं। अगर आप ठीक तरह से व्यवहार नहीं कर सकते हैं तो घर चले जाइए। अब आप सभी लोग शांति से वहां तक चलिए। वीडियो में भी दिख रहा है कि कैसे डरी हुई प्रियंका कोहनी मारकर आगे बढ़ रही हैं।
यह कैंडल मार्च कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड से शुरू होकर इंडिया गेट पर खत्म हुआ। कैंडल मार्च में कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ प्रियंका गांधी, रॉबर्ट वाड्रा ने भी शिरकत की। कांग्रेस की ओर से आयोजित कैंडल मार्च की पुलिस को देर शाम तक कोई सूचना नहीं थी। राहुल गांधी के ट्वीट के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। गांधी ने रात को दस बजे ट्वीट करके कैंडल मार्च की घोषणा की और लोगों से शामिल होने की अपील की।
राहुल ने लिखा कि लाखों भारतीयों की तरह मेरा हृदय भी दुखी है। महिलाओं के साथ जो हो रहा है भारत उसके साथ आगे नहीं बढ़ सकता है। उन्होंने आगे लिखा कि महिलाओं के खिलाफ हो रहे इस अपराध के विरोध में वह आधी रात को इंडिया गेट जा रहे हैं। इस अपील के बाद अशोक गहलोत, कपिल सिब्बल, अहमद पटेल, अजय माकन समेत अन्य बड़े नेता इसमें शामिल होने पहुंचे।