जुलाई में रूस का दौरा कर सकते हैं PM मोदी, तैयारियों में जुटे दोनों देश

मॉस्को। यूक्रेन संघर्ष पर पश्चिमी दबाव के बावजूद भारत और रूस के बीच संबंध बेहतर होते जा रहे हैं, क्योंकि भारत ने रूसी तेल और रक्षा निर्यात पर भरोसा करना जारी रखा है। पुतिन ने पहले भी कई बार प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त की है।

रूसी मीडिया ने क्रेमलिन के एक सहयोगी के हवाले से मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जुलाई में रूस आने की उम्मीद है, जिसके लिए भारत और रूस पूरी तरह से तैयारियों में जुटे हैं। पिछले साल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें रूस का निमंत्रण दिया था। रूसी सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए ने एक राजनयिक सूत्र के हवाले से बताया कि प्रधानमंत्री मोदी जुलाई में रूस का दौरा कर सकते हैं।

क्रेमलिन ने मार्च में कहा था कि मोदी को रूस आने का खुला निमंत्रण है और पुतिन के साथ बैठक होगी।

गौरतलब है कि पुतिन ने पिछले साल मॉस्को में विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी, जहां उन्होंने पीएम मोदी को 2024 में रूस आने का निमंत्रण दिया था। पुतिन ने जयशंकर से कहा, हमें अपने मित्र, श्रीमान प्रधानमंत्री मोदी को रूस में देखकर खुशी होगी।

रूसी राष्ट्रपति ने आगे कहा, हम सभी मौजूदा मुद्दों पर चर्चा कर सकेंगे, रूसी-भारतीय संबंधों के विकास के दृष्टिकोण के बारे में बात कर सकेंगे। हमारे पास करने के लिए बहुत सारा काम है। उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री से कहा कि वे निमंत्रण के साथ-साथ पीएम मोदी को अपनी शुभकामनाएं भी दें। जयशंकर ने यह भी कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन इस साल वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए मिलेंगे, उन्होंने कहा कि दोनों नेता इस पूरे साल लगातार संपर्क में रहे हैं।

दोनों नेताओं के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और पुतिन ने पहले भी कई बार पीएम मोदी की सराहना की है। इस महीने की शुरुआत में पुतिन ने कहा था कि वह भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए पीएम मोदी के सख्त रुख से हैरान हैं और वह यह कल्पना भी नहीं कर सकते कि मोदी भारत और उसके लोगों के हितों के विपरीत कोई कदम उठाने से डर सकते हैं।

रूसी नेता ने 7 दिसंबर, 2023 को रूस कॉलिंग! फोरम में कहा, मैं यह कहना चाहता हूं कि रूस और भारत के बीच संबंध सभी दिशाओं में उत्तरोत्तर विकसित हो रहे हैं, और इसका मुख्य गारंटर प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा अपनाई गई नीति है। इससे पहले, पुतिन ने मोदी को एक बहुत बुद्धिमान व्यक्ति कहा था, जिनके नेतृत्व में नई दिल्ली विकास में बड़ी प्रगति कर रही है।