केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने पीएनबी धोखाधड़ी मामले में बैंक के एक सेवानिवृत्त डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्ठी और दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया, "सीबीआई ने शेट्टी, एकल खिड़की संचालक मनोज खरात, और नीरव मोदी की कंपनियों के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता हेमंत भट को गिरफ्तार किया है।" अधिकारी ने कहा कि उन्हें बाद में मुंबई में सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।
सीबीआई की प्राथमिकी में पीएनबी के सेवानिवृत्त डिप्टी मैनेजर और संचालक समेत तीन निजी कंपनियों के 10 निदेशकों कृष्णन संगमेश्वरन, नाजुरा यशजनेय, गोपाल दास भाटिया, अनियथ शिवरमन, धनेश व्रजलाल सेठ, ज्योति भारत वोरा, अनिल उमेश हल्दीपुर, चंद्रकांत कानू करकरे, पंखुड़ी अभिजीत वारंगे और मिहिर भास्कर जोशी के नाम शामिल हैं।
प्राथमिकी के अनुसार, "पीएनबी की शिकायत में आरोप लगाया गया है कि गीतांजलि जेम्स, गिली इंडिया लिमिटेड और नक्षत्र ब्रांड लिमिटेड और इनके निदेशकों ने शेट्टी और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर कथित रूप से बैंक से 4,886.72 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की।"
सीबीआई ने शुक्रवार को गीतांजलि समूह की कंपनियों के 10 निदेशकों के खिलाफ नई प्राथमिकी दर्ज की, जिसमें इन लोगों पर भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। इनमें गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, मेहुल चोकसी का नाम शामिल है। प्राथमिकी में बैंक के दो पूर्व कर्मचारियों के भी नाम हैं, जिनके इस धोखाधड़ी में सीधे संलिप्त होने की खबर सामने आ रही है।
इसके अलावा गीतांजलि समूह की तीन कंपनियों के उपर भी पीएनबी को 4,886.72 करोड़ रुपये का घाटा पहुंचाने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने गुरुवार को इस घोटाले के संबंध में हीरा व्यापारी नीरव मोदी के पूरे देश में फैले कार्यालयों, शोरूम और कार्यशालाओं पर छापे मारे थे।