प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल पर 2019 का पहला इंटरव्यू दिया है। यह इंटरव्यू 95 मिनट का है। पीएम मोदी कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। प्रधानमंत्री ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान राम मंदिर निर्माण को लेकर बेहद अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए कोई अध्यादेश तभी लाया जा सकता है, जब इस पर न्यायिक कार्यवाही पूरी हो जाए। हमने अपनी पार्टी के घोषणा पत्र में कहा है कि इस मुद्दे पर संविधान के दायरे में हल निकलने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 70 साल शासन करने वालों ने ही राम मंदिर के मुद्दे को लटकाया है। पीएम मोदी ने कहा कि काग्रेस के वकील सुप्रीम कोर्ट में बाधाएं उत्पन्न कर रहे हैं। इसके चलते ही राम मंदिर की सुनवाई धीमी गति से चल रही है।
नोटबंदी के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा, "यह झटका नहीं था। हमने एक साल पहले ही लोगों को चेता दिया था कि यदि आपके पास ऐसी दौलत(काली कमाई) है तो आप इसे जमा करा दीजिए, पेनल्टी दीजिए और आपकी मदद की जाएगी। हालांकि उन्होंने सोचा कि मोदी भी बाकी लोगों की तरह ही काम करेगा इसलिए काफी कम लोग अपनी मर्जी से आगे आए।"
तीन तलाक के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा, "तीन तलाक पर अध्यादेश सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद लाया गया।"
सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगने वाले को पीएम मोदी ने करारा जवाब देते हुए कहा कि यह फैसला काफी जोखिमभरा था। सैनिकों से सूर्योदय से पहले लौटने की अपील की थी। आरबीआई बनाम सरकार के मामले पर पीएम मोदी ने कहा, "आरबीआई के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल ने खुद इस्तीफा देने की पेशकश की थी।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमापार आंतक के सवाल पर कहा कि एक लड़ाई से पाकिस्तान सुधर जाएगा ये सोचना बहुत बड़ी गलती होगी। पाकिस्तान को सुधरने में अभी और समय लगेगा।
आरबीआई बनाम सरकार के मामले पर पीएम मोदी ने कहा, "आरबीआई के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल ने खुद इस्तीफा देने की पेशकश की थी। उर्जित ने आरबीआई गवर्नर के तौर पर अच्छा काम किया। वह पिछले 6-7 माह से इस्तीफा देना चाह रहे थे।'
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, "एक तथ्य है कि जिनको पहला परिवार माना जाता था, जिन्होंने चार दशकों तक देश को चलाया वे लोग वित्तीय गड़बडि़यों के चलते जमानत पर हैं। यह बड़ी बात है। जो लोग उनकी सेवा में हैं वे ऐसी सूचनाओं को दबा रहे हैं। "