प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए साक्षात्कार में एनआरसी, रोजगार, भीड़ हिंसा, महागठबंधन, राहुल गांधी, ममता बनर्जी और पाकिस्तान से रिश्तों से जुड़े कई सवालों पर खुलकर अपनी बात रखी। इंटरव्यू के दौरान एक प्रश्न के जवाब में पीएम मोदी ने राहुल के गले मिलने वाली घटना का जिक्र किया है और इसे बच्चों वाली हरकत बताया है। संसद के मॉनसून सत्र के दौरान राहुल गांधी के गले लगने वाली घटना पर पीएम मोदी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि ' यह आपको तय करना है कि यह एक बचकानी हरकत थी या नहीं। और अगर आप निर्णय लेने में असमर्थ हैं, तो आप उनकी विंक यानी आंख मारने वाली हरकत देखें और आपको जवाब मिल जाएगा।' पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं एक विनम्र कामदार हूं। मैं इस देश के नामदारों की तुलना में कुछ भी नहीं हूं, जिनके पास खुद की अपनी अनूठी शैली है। वे तय करते हैं कि किससे नफरत करनी है, कब करनी है और किससे प्यार करना है और इसका कैसे दिखावा करना है। इन सब में, मेरे जैसा कामदार क्या कह सकता हैं?
बता दे, संसद के मॉनसून सत्र के दौरान जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में अपनी बात रखते हुए अचानक पीएम मोदी से गले जाकर मिले थे, तो उसके बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज कराई थी। हालांकि, उस घटना पर पीएम मोदी ने कुछ नहीं कहा था।
गौरतलब है कि मॉनसून सत्र 2018 के दौरान राहुल गांधी अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में अपना भाषण दे रहे थे, मगर जब भाषण खत्म होने वाला था तब वह अचानक पीएम मोदी की कुर्सी के पास गये और उन्हें गले लगा लिया था। इस दौरान उन्होंने कहा था आप मुझे गालियां दें, मुझे पप्पू कह लें, गुस्सा और घृणा करें, मगर मैं आपसे नफरत नहीं करूंगा। मैं कांग्रेस हूं और मैं आपके भीतर से नफरत और घृणा को निकाल फेंकूंगा...
हालांकि, गले मिलने से पहले राहुल ने मोदी सरकार पर एक से बढ़कर एक तीखे वार किये। राहुल ने आरोपों और सवालों की झड़ियां लगा दी। अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी ने कहा "प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी और आरएसएस ने मुझे सिखाया है कि कांग्रेसी होने का अर्थ क्या है, असली भारतीय होने का अर्थ क्या है और एक असली हिंदू होने का अर्थ क्या है। इसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं।"