PM मोदी की किसान संगठनों से अपील- आंदोलन खत्म कर मिलकर चर्चा करते हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान आज राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि आंदोलन करने वाले लोगों से अपील है कि वहां बूढ़े लोग भी बैठे हैं, आंदोलन खत्म करें, मिलकर चर्चा करते हैं। खेती को खुशहाल बनाने के लिए ये समय है, जिसे गंवाना नहीं है। पक्ष-विपक्ष हो, इन सुधारों को हमें मौका देना चाहिए। ये भी देखना होगा कि इनसे ये लाभ होता है या नहीं। मंडियां ज्यादा आधुनिक हों। उन्होंने कहा कि हम बात करने के लिए तैयार हैं। सभी विकल्प खुले हैं। पीएम ने कहा, 'MSP था, MSP है और MSP रहेगा'।

पीएम मोदी बोले - भारत में 'आंदोलनजीवी' नामक एक नया जमाना सामने आया है, जो हर विरोध में मौजूद है। देश को उनकी पहचान करने की जरूरत है। हमें देश को नई FDI यानी विदेशी विनाशकारी विचारधारा से बचाने की जरूरत है।

पीएम मोदी बोले- हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पंजाब के साथ क्या हुआ। इसे विभाजन के दौरान सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा। यह 1984 के दंगों के दौरान सबसे ज्यादा रोया था। वे सबसे दर्दनाक घटनाओं के शिकार हुए। जम्मू-कश्मीर में मासूमों की हत्या कर दी गई। हथियारों का कारोबार उत्तर पूर्व में किया जाता था। इन सबने राष्ट्र को प्रभावित किया।

बता दे, सरकार ने विपक्ष पर कृषि कानूनों को लेकर गुमराह करने का आरोप लगाया है और आरोप लगाया है कि किसानों का विरोध केवल एक राज्य पंजाब में है। सरकार ने यहां तक कहा कि वह संशोधन के लिए तैयार है, लेकिन दावा किया कि कृषि कानूनों में कुछ भी गलत नहीं है।