गोलियों या गालियों से नहीं प्यार से सुलझेगी कश्मीर समस्या : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि वह कश्मीर की समस्याओं को प्यार से सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, क्योंकि इस समस्या का गोलियों या गालियों से समाधान नहीं निकलेगा। मोदी ने लाल किले के प्राचीर से अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में कश्मीरी आतंकवादियों से हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटने और देश के लोकतंत्र का हिस्सा बनने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अलावा देश का प्रत्येक शख्स जम्मू एवं कश्मीर का विकास करने और यहां के लोगों के सपनों को साकार करने में मदद के लिए प्रतिबद्ध है।

मोदी ने कहा कि देश कश्मीर की ख्याति एवं प्रसिद्धि को बहाल करना चाहता है। मोदी ने कहा, "हम राज्य की पुरानी समृद्धि वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि कश्मीर में जो भी हो रहा है, उसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं।"

उन्होंने मुट्ठीभर अलगाववादियों पर चुटकी लेते हुए कहा कि वे कश्मीर की समस्याओं को ज्वलंत बनाए रखने के लिए नए हथकंडे अपना रहे हैं। मोदी ने कहा, "मैं बहुत स्पष्ट हूं कि इस लड़ाई को कैसे लड़ना है। यह न तो गालियों से और न ही गोलियों से सुलझेगा। हर कश्मीरी को गले लगाकर इसे सुलझाया जा सकता है।"