G-20 सम्मेलन : PM मोदी ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा, कहा - इसके खिलाफ इंटरनेशनल सम्मेलन होना चाहिए

जापान के ओसाका में जी-20 सम्मेलन शुरु हो गया है। शुक्रवार सुबह जापान-अमेरिका-भारत 'JAI' के नेताओं की त्रिपक्षीय बैठक शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बीच महामुलाकात हुई। वही सम्मेलन में ब्रिक्स देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आतंकवाद के सभी रास्ते बंद होने चाहिए और आतंकवाद पर एक इंटरनेशनल सम्मेलन भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें आतंकवाद और जातिवाद को समर्थन देने वालों के सभी रास्ते बंद करने होंगे। पीएम मोदी ने आज ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका) और जेएआई (जापान, अमरीका और भारत) के नेताओं की आगामी अनौपचारिक बैठक में भी हिस्सा लिया।

पीएम मोदी ने कहा, 'आतंकवाद मानवता के लिए एक बड़ा और गंभीर खतरा है। यह न सिर्फ निर्दोष लोगों की जान लेता है, बल्कि यह आर्थिक प्रगति और समाजिक स्थिरता पर बुरा असर डालता है।'

पीएम मोदी ने कहा, 'निर्णयों पर आधारित बहुपक्षीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था पर एकतरफा निर्णय और प्रतिद्ंवदिता हावी हो रहे हैं। संसाधनों की कमी इस तथ्य में झलकती हैं। ये बताता है कि इमर्जिंग इकोनॉमी में इंफ्रास्ट्रक्चन निर्माण के लिए 1।3 ट्रिलियन डॉलर की कमी है। विकास और प्रगति को समावेशी और सस्टेनेबल बनाना। क्लाइमेट चेंज सभी के लिए चिंता है। विकास तभी विकास है जब वह असामनता घटाए और सशक्तिकरण को बढ़ाए।'

बता दे, शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बीच अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर भारत के हाई टैरिफ समेत ईरान, 5-जी, दिपक्षीय संबंध और रक्षा संबंधों को लेकर चर्चा हुई। मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध आगे बढ़ते रहें, इसके लिए हम प्रयास करते रहेंगे। मोदी और ट्रंप के बीच करीब एक घंटे तक मुलाकात हुई। मुलाकात के दौरन सबसे पहले पीएम मोदी ने ट्रंप को लोकसभा चुनावों में जीत के लिए बधाई देने पर धन्यवाद भी दिया। इतना ही नहीं ट्रंप से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने एक एकजुटता दिखाते हुए 'JAI' कहा, जिसका मतलब जापान (Japan), अमेरिका (America) और भारत (India) था।