अजमेर दरगाह: मंदिर विवाद बीच PM मोदी ने भेजी चादर, हाजी सलमान चिश्ती ने कही यह बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (2 जनवरी) को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू को एक पवित्र 'चादर' सौंपी। यह चादर 13वीं शताब्दी के सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर पर अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाई जाएगी। रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चादर की तस्वीर साझा करते हुए कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने चादर पेश की, जो ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स पर उनकी ओर से अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाई जाएगी।

अजमेर की दरगाह में इस समय ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का 813वां उर्स जारी है। इस विशेष अवसर पर 4 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी की चादर अजमेर शरीफ दरगाह की मजार पर चढ़ाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 11वीं बार अजमेर शरीफ की दरगाह पर चादर भेजी है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू 4 जनवरी को अजमेर पहुंचेंगे, जहां वे ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स के मौके पर पीएम मोदी की चादर पेश करेंगे।

मंत्री रिजिजू का आधिकारिक कार्यक्रम


केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू की यात्रा का आधिकारिक कार्यक्रम भी जारी किया गया है। किरेन रिजिजू चादर लेकर शुक्रवार सुबह 9:30 बजे हजरत निजामुद्दीन दरगाह जाएंगे। इस दौरान बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता भी उनके साथ होंगे। निजामुद्दीन दरगाह के बाद, चादर लेकर महरौली की दरगाह होते हुए काफिला जयपुर के लिए रवाना होगा। शनिवार को वे अजमेर में प्रधानमंत्री मोदी की चादर मजार पर चढ़ाएंगे।

चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन का बयान

अजमेर दरगाह के खादिम और चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन हाजी सलमान चिश्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजी गई चादर का स्वागत किया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री द्वारा भेजी गई चादर देश के 140 करोड़ नागरिकों के लिए एक तोहफा है, जो मोहब्बत, अमन और एकता का प्रतीक है।

संकट मोचन महादेव मंदिर का दावा

यह चादर अजमेर शरीफ दरगाह की मजार पर ऐसे समय में चढ़ाई जाएगी, जब हाल ही में हिंदू राष्ट्र सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा करते हुए कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका पर अगली सुनवाई 24 जनवरी को होगी।