पाकिस्तान के इस जनरल के पास खरबों की संपत्ति, 99 कंपनियों और 133 रेस्त्रां के मालिक

जब भी कभी सियासत की बात की जाती हैं तो कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार का मुद्दा उठता ही हैं। लेकिन कई बार भ्रष्टाचार के ऐसे मामले सामने आते हैं कि लोगों के होश उड़ जाते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ जब रिटायर होने के बाद चीन-पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरीडोर (सीपीईसी) के चेयरमैन बनाए गए जनरल असीम सलीम बाजवा और उनके परिवार की संपत्ति का खुलासा हुआ। पाकिस्तान के इस जनरल के पास खरबों की संपत्ति हैं और ये 99 कंपनियों और 133 रेस्त्रां के मालिक भी हैं। जनरल की इस संपत्ति के खुलासे ने पाकिस्तानी सियासत में भूचाल ला दिया है। पाकिस्तान की एक चर्चित वेबसाइट फैक्ट फोकस ने ये खुलासा किया है। असीम बाजवा पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता भी रह चुके हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक जनरल बाजवा ने जब इमरान के विशेष सलाहकार के तौर पर शपथ ली थी तो उनके पास कोई संपत्ति नहीं थी। ऐसा उन्होंने अपने शपथपत्र में दावा किया था कि न तो उनकी और न ही उनकी पत्नी या परिवार के किसी सदस्य की पाकिस्तान के बाहर कोई संपत्ति है। सेना में आने से पहले बाजवा एक पिज्जा कंपनी में डिलिवरी ब्यॉय का काम करते थे और देखते ही देखते उनके भाइयों ने और परिवार के दूसरे सदस्यों ने पापा जॉन पिज्जा कंपनी की चेन खड़ी कर ली। उस समय यानी 2002 में बाजवा तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ के साथ लेफ्टिनेंट कर्नल हुआ करते थे। आज बाजवा की पत्नी और उनके भाइयों के पास 133 पिज्जा रेस्त्रां हैं और वे 99 कंपनियों के मालिक हैं। इनके रेस्त्रां की मौजूदा कीमत करीब 4 करोड़ डॉलर बताई जा रही है।

आपको जानकर ताज्जुब होगा कि बाजवा प्रधानमंत्री इमरान खान के बेहद खास लोगों में हैं और उनके अहम सलाहकार हैं। चीन के साथ जो इन दिनों पाकिस्तान के बेहतरीन आर्थिक रिश्ते नजर आ रहे हैं, उनमें बाजवा की भूमिका अहम है। असीम बाजवा सीपीईसी के चेयरमैन अपने इसी हुनर की बदौलत बनाए गए हैं और इसी वजह से चीन पाकिस्तान में अरबों डॉलर का निवेश कर रहा है। जाहिर है, ऐसे में बाजवा इमरान के लिए कितने अहम हैं, समझा जा सकता है।

बाजवा की कंपनी का नाम है बाजको ग्रुप ऑफ कंपनीज और पाकिस्तान के बाहर अमेरिका, कनाडा और यूएई में इनकी अहम शाखाएं मौजूद हैं। इनकी कीमत अरबों रुपये है। इधर हाल ही की खबरों पर अगर गौर करें तो सलीम बाजवा पाकिस्तान के लिए बहुत अहम किरदार हैं और आम लोगों को नौकरियां देने का भी दावा करते रहते हैं।

बतौर सीपीईसी चेयरमैन अभी दो दिन पहले ही बाजवा ने ट्वीट किया है कि चीन की मदद से पाकिस्तान के युवाओं के लिए 1100 से ज्यादा नई नौकरियां मिलने जा रही हैं। उन्होंने कहा है कि शंघाई इलेक्ट्रिक कंपनी का कामकाज तेजी से शुरू हो चुका है और पाकिस्तान के युवा वहां निकली 1100 से ज्यादा नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं।

जाहिर है बाजवा ने जिस तरह चीन को पाकिस्तान के करीब लाने में अहम भूमिका निभाने के साथ ही अपने परिवार का खजाना भी भरा है और भ्रष्टाचार के कई आरोपों से घिरे हैं, उससे पाकिस्तान की सियासत गरमाने लगी है। विपक्ष ने उन्हें हटाने की मांग तेज़ कर दी है।