पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terrorist Attack) के बाद बढ़ते अंतराष्ट्रीय दबाव को देखते हुए सूत्रों से खबर आई है कि पाकिस्तान (Pakistan) ने आतंकी सरगना मसूद अजहर (Masood Azhar) और हाफिज सईद (Hafiz Saeed) को अलर्ट करते हुए कहा है कि वे सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचें, हो सके तो जनसभाओं से परहेज करें। मालूम हो कि मसूद अजहर आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद का प्रमुख है और इसी संगठन के आतंकियों ने पुलवामा अटैक को अंजाम दिया है। वहीं हाफिज सईद (Hafiz Saeed) आतंकी संगठन जमात उद दावा का प्रमुख है। मुंबई 26/11 हमले का मुख्य आरोपी हाफिज सईद ही है।
मंगलवार को पुलवामा मुठभेड़ के बाद श्रीनगर में सीआरपीएफ, सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने साझा प्रेस कॉन्फेंस की और शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। श्रीनगर में सुरक्षाबलों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तानी सेना का ही बच्चा है और पाकिस्तानी सेना का इस हमले में पूरा-पूरा हाथ है। सेना ने कहा कि 100 घंटे के अंदर जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकियों को मार गिराया है। कश्मीर में जैश के सभी टॉप कमांडर ढेर हो गए। सेना ने कहा, 'पुलवामा आतंकवादी हमले के 100 घंटे से भी कम समय में हमने घाटी में जैश के नेतृत्व को समाप्त कर दिया, जिसे पाकिस्तान से JeM द्वारा संभाला जा रहा था।'
सीआरपीएफ (CRPF) के आईजी लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि सुरक्षाबलों ने आतंकी हमले के 100 घंटों के अंदर आतंकियों को मार गिराया, जिन्होंने उस घातक नरसंहार की योजना बनाई थी और उसे अंजाम दिया था। इस मुठभेड़ में जैश के तीन कमांडर ढेर हुए हैं। 15 कॉर्प्स कमांडर के लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने यह भी साफ कर दिया कि पुलवामा हमले को पाकिस्तान की धरती से संचालित जेईएम ने आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के सहयोग से अंजाम दिया था। ढिल्लों ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले के 100 घंटे के भीतर ही हमने कश्मीर घाटी में जेईएम पर कड़ा प्रहार किया है, जिसे पाकिस्तान स्थित जेईएम की तरफ से संचालित किया जा रहा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीआरपीएफ के आईजी लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने कश्मीरी युवकों के आतंकी संगठन में शामिल होने को लेकर उनके माता-पिता से बड़ी अपील की। ढिल्लों ने कहा है कि कश्मीरी माता-पिता अपने बच्चों को सरेंडर करने के लिए कहें। अगर वह सरेंडर नहीं करेंगे तो हम उन्हें मार गिराएंगे। राज्य में आंतकवादी गतिविधियों से सहानुभूति रखने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने कहा, "कश्मीर में जो कोई भी बंदूक उठाएगा उसका सफाया कर दिया जाएगा, जब तक कि वह आत्मसमर्पण न कर दे।" आईजी लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने कहा, ‘शहीद हुए जवानों के परिवार अपने को अकेले न समझें। हम हर वक्त आपके साथ खड़े हैं। देश में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों के लिए भी हम हेल्पलाइन चला रहे हैं, ताकि उन्हें किसी मुश्किल स्थिति का सामना न करना पड़े।’’
सोमवार को मारे गए जैश आतंकवादी गाजी अब्दुल राशिद के बारे में पूछे जाने पर ढिल्लों ने कहा, ‘कई गाजी आए और गए। इसमें कुछ भी नया नहीं है, हम इससे निपटते रहेंगे। किसी गाजी को आने दीजिए।’
बता दे, सोमवार को, पुलवामा जिले के पिंगलान क्षेत्र में 16 घंटे तक चली मुठभेड़ में जैश के तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया। इस मुठभेड़ में सेना के एक मेजर और चार सुरक्षाकर्मी भी शहीद हो गए। यह घटना 14 फरवरी के घटनास्थल से 12 किलोमीटर दूर है।