'मिशन शक्ति' पर पीएम का संबोधन, चिदंबरम बोले - 'सिर्फ बेवकूफ सरकार ही डिफेंस सिक्रेट का खुलासा करती है'

'मिशन शक्ति' को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान पर तंज कसते हुए शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने ट्विटर के जरिए कहा कि 'सिर्फ बेवकूफ सरकार ही डिफेंस सिक्रेट का खुलासा करती है। क्योंकि, एक सबल और दिमागदार सरकार कभी नहीं चाहेगी कि उसके डिफेंस सिक्रेट सबके सामने आए।'

बता दें कि बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने ऐलान किया कि भारत ने अंतरिक्ष में एंटी सैटेलाइट मिसाइल से एक लाइव सैटेलाइट को हिट करते हुए अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति के तौर पर दर्ज करा लिया है। इस तरह भारत ऐसी क्षमता हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया। इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन के पास ये क्षमता थी।

मोदी सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए चिदंबरम ने कहा कि 'ये बड़ा सवाल है कि पीएम मोदी ने पहले फेज के चुनाव से पहले मिशन शक्ति को लेकर ऐलान क्यों किया? क्या ऐसा करके पीएम मोदी चुनावी फायदा लेना चाहते हैं।'

उन्होंने ट्वीट किया, 'इलेक्शन कैंपेन के बीच में ऐसी घोषणा क्यों की गई? ऐसा करते पीएम ने बीजेपी के लिए राजनीतिक माहौल बनाने की कोशिश की।'

बता दें कि सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने सरकारी प्रसारण सेवा का इस्तेमाल करने के कारण इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन होने का दावा करते हुए आयोग से इसकी शिकायत की थी। लेकिन चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन मामले में पीएम मोदी को क्लीन चिट दे दी है। उपग्रह भेदी मिसाइल के सफल प्रयोग (मिशन शक्ति) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन से चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ है। इस संबंध में शिकायत को चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है। शिकायत खारिज करने से पहले चुनाव आयोग ने शुक्रवार को इस मामले की विस्तृत जांच की। इस मामले में आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जांच के लिये गठित समिति की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने येचुरी की शिकायत को नामंजूर कर दिया। आयोग ने येचुरी को शुक्रवार रात भेजे अपने जवाब में कहा कि मोदी के संबोधन से आचार संहिता में सत्तारूढ़ दल से जुड़े नियमों का उल्लंघन नहीं हुआ है। चुनाव आयोग ने कहा, 'समिति इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि इस मामले में आचार संहिता के तहत सरकारी मीडिया के दुरुपयोग संबंधी प्रावधानों का उल्लंघन नहीं हुआ है।'