ओमिक्रॉन से देश में दूसरी मौत, राजस्थान में 73 साल के बुजुर्ग ने तोडा दम

भारत में ओमिक्रॉन के मामले लगतार बढ़ते जा रहे हैं। भारत में सिर्फ 29 दिनों में ही 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन पहुंच चुका है। देश में गुरुवार को ओमिक्रॉन से पहली मौत महाराष्ट्र में दर्ज की गई। यहां 52 साल के ओमिक्रॉन संक्रमित की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी वहीं, अब ओमिक्रॉन से दूसरी मौत राजस्थान के उदयपुर में हुई है। यहां, आज ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए 73 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। CMHO डॉ दिनेश खराड़ी ने कहा कि मौत पोस्ट कोविड निमोनिया से हुई है। बुजुर्ग की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी। साथ ही 21 और 22 दिसंबर को जांच में ये निगेटिव हो गए थे। 25 दिसम्बर को उनकी रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरिएंट मिलने की पुष्टि हुई थी।

डॉ दिनेश खराड़ी ने कहा कि बुजुर्ग को डायबिटीज और हायपरटेंशन और हाइपोथॉइरोडिज्म था। ऐसे में शरीर पर वायरस असर डालता है। साथ ही अगर डायबिटीज जैसी बीमारी हो तो रिस्क काफी बढ़ जाता है। उदयपुर एमबी अस्पताल के सुप्रीटेंडेंट डॉ आरएल सुमन ने बताया कि बुजुर्ग का इलाज हमारे ही अस्पताल में हो रहा था। 15 दिसंबर को उन्हें भर्ती किया गया था। पहले से उन्हें डायबिटीज, हायपरटेंशन और हाइपोथॉइरोडिज्म था। जिसके चलते वे हाई-रिस्क पर थे। इन्हें वही लक्षण थे जो आमतौर पर कोरोना संक्रमित रोगियों को होते हैं। राजस्थान में ओमिक्रॉन के अब तक 69 मरीज मिल चुके हैं। ओमिक्रॉन संक्रमितों के मामले में राजस्थान देश में 5वें नंबर पर है।

उदयपुर में ओमिक्रॉन के अब तक 4 मामले सामने आ चुके हैं। 27 दिसंबर को उदयपुर में ओमिक्रॉन का नया केस सामने आया था। इससे पहले 25 दिसम्बर को 3 मामले उदयपुर में सामने आए थे। इसमें पति, पत्नी और एक 68 वर्षीय महिला ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाई गई थी। जबकि 73 वर्षीय बुजुर्ग ओमिक्रॉन पॉजिटिव आने वाले चौथे व्यक्ति थे।