10 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद एक माह की बच्ची ने कोरोना को दी मात

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अब कम हो रहे है। बीते 24 घंटों में भी कोरोना के मामलों में कमी आई है। देश में एक दिन में कोरोना वायरस के 3 लाख 26 हजार 098 मरीज मिले हैं। वहीं, इस दौरान 3 हजार 890 मरीजों की मौत हो गई। इस दौरान 3 लाख 53 हजार 299 मरीज स्वस्थ भी हुए। इसी बीच खबर है कि ओडिशा के भुवनेश्वर में एक माह की बच्ची ने कोरोना को मात दी है। बच्ची पिछले 10 दिनों से वेंटिलेटर पर थी। ऑल इंडिया रेडियो न्यूज ने शुक्रवार को डॉक्टर अरिजीत मोहापात्रा के हवाले से जानकरी दी कि भुवनेश्वर में एक महीने की गुड़िया कोरोना संक्रमण से उबर चुकी है। खबर के अनुसार, 'एक महीने की गुड़िया, जो कोविड-19 से संक्रमित हो गई थी। वह 10 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद भुवनेश्वर के अस्पताल में पूरी तरह स्वस्थ हो गई है।' डॉक्टर्स ने इस रिकवरी को एक चमत्कार की तरह बताया है।

नवजात ने 5 दिन में कोरोना को हराया

इससे पहले पटना में एक नवजात ने 5 दिन में कोरोना को हरा दिया था। मुगलसराय के आनंद शर्मा की पत्नी संगीता शर्मा गर्भवती थीं। गर्भ जब 8 माह का हुआ तो संगीता को खांसी, सर्दी हो गई। डॉक्टर से फोन पर ही इलाज लिया जाने लगा, लेकिन मर्ज घटने के बजाए बढ़ता गया। घर वालों ने आनन-फानन में संगीता को आरा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। ऑक्सीजन लेवल तेजी से डाउन होने लगा। मां से ही बच्चे को भी ऑक्सीजन मिलती है। ऐसे में मां और बेटी दोनों की जान पर खतरा बढ़ने लगा। तब तक संगीता की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई थी।

डॉक्टर ने कहा कि संगीता को वेंटिलेटर पर जाना पड़ सकता है, ऐसे में उन्हें पटना के लिए रेफर कर दिया गया। संगीता के भाई अंजय ने बताया कि 27 अप्रैल को वे उसे लेकर पटना AIIMS पहुंच गए। डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखकर उन्हें भर्ती कर लिया। जान बचाने के लिए समय से पहले डिलीवरी कराने की चुनौती आ गई। काफी कोशिशों के बाद 30 अप्रैल को डॉक्टरों ने नार्मल डिलीवरी करा ली। जन्म के एक दिन बाद संगीता की बेटी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। इसके बाद पटना AIIMS ने बच्ची का रजिस्ट्रेशन कराया और एक मई को उसे कोविड केयर यूनिट में विशेष निगरानी में रखा। लेकिन उसने सिर्फ पांच दिन में ही वायरस को हरा दिया।

15 दिनों में नवजात ने कोरोना को दी मात

2 मई को हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, 8 दिनों का बच्चा कोरोना वायरस से संक्रमित हो गया था। उसने 15 दिनों बाद गाजियाबाद के एक निजी अस्पताल में कोरोना को मात दी थी। बच्चे का जन्म 5 अप्रैल को नेहरू नगर के यशोदा अस्पताल में हुआ था। 8 दिनों बाद बच्चे को उसकी दादी दोबारा अस्पताल लेकर पहुंची। रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पातल बच्चे के जेंडर की जानकारी का खुलासा नहीं किया है।