निर्भया केस: क्यूरेटिव पिटिशन खारिज होने पर पिता से मिला दोषी विनय, बोला - पापा एक बार गले तो लगा लो

सुप्रीम कोर्ट से क्यूरेटिव खारिज होने का सबसे बड़ा झटका निर्भया के कातिलों में से एक विनय शर्मा को लगा। जैसे ही इसे टीवी पर इसका पता लगा। वह बहुत परेशान हो गया। जेल सूत्रों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट से क्यूरेटिव खारिज होने के बाद निर्भया के दोषियों का पहला रिएक्शन यही था कि उन्हें तो इस बारे में पहले ही आशंका थी। लेकिन फिर भी लगता था कि कहीं कुछ गुंजाइश हो तो शायद अपना कानूनी उपचार करके तो देख लें। विनय शर्मा की बढ़ती बैचेनी देखकर तिहाड़ जेल प्रशासन ने उसकी निगरानी और कड़ी कर दी है। क्यूरेटिव खारिज होने के बाद मंगलवार को उसने अपने पिता से मुलाकात की। पिता को सामने देखते ही वह रो पड़ता है और यही हाल उसके पिता का भी है। उनकी आंखों से भी आंसू छलक पड़ते हैं। विनय के मुंह से अचानक आवाज निकलती है कि पापा एक बार गले तो लगा लो। विनय शर्मा ने अपने पिता से मुलाकात करने के लिए जेल प्रशासन से आग्रह किया था। उस आग्रह को मानकर जेल प्रशासन ने मंगलवार को उसके पिता से उसकी मुलाकात करा दी। पिता से उसकी मुलाकात जेलर के ऑफिस में कराई गई। आधे घंटे तक चली मुलाकात के दौरान विनय की आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है और वह लड़खड़ाकर गिरने लगता है जिसे जेल कर्मी थाम लेते हैं।

बता दें कि क्यूरेटिव खारिज होने पर इन चारों में से कोई दूसरा अधिक परेशान हुआ तो वह था मुकेश। बाकी पवन और अक्षय को देखकर तो बहुत अधिक ऐसा नहीं लग रहा था कि क्यूरेटिव खारिज होने के बाद अब इनकी जिंदगी के चंद घंटे ही बचे हैं। जेल अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल चारों सामान्य रूप से खाना खा-पी रहे हैं। चारों में से किसी ने भी अभी तक जेल अधिकारियों के सामने अपना गुनाह कबूल नहीं किया है। चारों को देखने से ऐसा कुछ नहीं लगता है कि इन्हें अपने गुनाह का कोई पश्चाताप भी हो। हां, विनय और मुकेश की नींद उड़ गई है। जेल सूत्रों का कहना है कि जल्द ही चारों को फांसी की कोठी वाली जेल नंबर-3 में शिफ्ट कर दिया जाएगा।

जेल सूत्रों ने बताया कि निर्भया के सभी दोषियों के परिजन मिलने के लिए आते हैं। दोषी अक्षय से नवंबर में उसके परिजन मिलने आए थे। हालांकि अक्षय पत्नी से बीच-बीच में फोन पर बात करता है।

बता दे, 20 जनवरी को निर्भया के चारों गुनहगारों को उनके परिवार से अंतिम बार मिलने का मौका दिया जाएगा। जेल सूत्रों का कहना है कि जेल मैनुअल के मुताबिक जेल में बंद कैदियों को एक सप्ताह में दो बार परिवार के सदस्यों से मिलने की इजाजत दी जाती है।