ये कैसी निर्ममता! एक दिन की नवजात को भरी ठंड में ठेले पर तड़पता छोड़ गए मां-बाप, नीला पड़ चुका था शरीर

राजस्थान के झुंझुनूं से एक दिल दहला देने वाला मामला समाने आया हैं जहां मां-बाप की निर्ममता का नजारा देखने को मिला जो एक दिन की नवजात को भरी ठंड में ठेले पर ही तड़पता छोड़ गए। तेज सांस और रोने से उसकी हालत खराब होती गई। सुबह एक व्यक्ति ने रोने की आवाज सुनकर जब देखा तो नवजात का शरीर नीला पड़ चुका था। वह उसे लेकर हॉस्पिटल पहुंचा। डॉ. जितेंद्र भांबू ने बताया कि बच्ची को जब लाए थे, तब वह ठंडी पड़ गई थी। सर्दी की वजह से शरीर भी नीला पड़ गया था। उन्होंने बताया कि जन्म किसी अस्पताल में ही हुआ है और प्री-मैच्योर है। वजन भी 1 किलो 450 ग्राम ही है। ICU में इलाज चल रहा है। उनका कहना है कि अब बच्ची की हालत में सुधार है। सूचना पर पहुंची पुलिस सीसीटीवी खंगाल मां-बाप के बारे में जानकारी जुटा रही है।

मामला झुंझुनूं शहर का है। सोमवार देर रात एक दिन की नवजात को मां-बाप बीडीके हॉस्पिटल के बाहर एक ठेले पर छोड़ कर चले गए। इलाज कर रही डॉक्टरों की टीम ने बताया कि बच्ची का जन्म 24 से 48 घंटे पहले ही हुआ है। दरअसल, जावेद राइन हॉस्पिटल के गेट नंबर दो के पास फ्रूट का ठेला लगाता है। मंगलवार सुबह करीब पौने आठ बजे ठेले के पास पहुंचा तो बच्ची की रोने की आवाज आ रही थी। ठेले से पर्दा हटाया तो कपड़े में नवजात लिपटी हुई थी। जावेद ने बताया कि ऐसा लग रहा था कि देर रात बच्ची ठंड से तड़पती रही। जिससे उसका पूरा शरीर नीला पड़ चुका था। नवजात को तुरंत हॉस्पिटल ले गया। यहां पीडियाट्रिक डॉ। जितेंद्र भांबू ने इलाज शुरू किया। सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची। अब नवजात के मां-बाप के बारे में पता लगाया जा रहा है।