पहली बार चमकी बुखार पर बोले PM मोदी- बच्चों की मौत हमारे लिए दुख की बात, आधुनिक युग में ये सबसे बड़ी विफलता

बिहार में चमकी बुखार से अब तक 150 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है। लगातार बच्चों की मौत पर अबतक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से कोई बयान नहीं दिया गया है। विपक्ष लगातार बच्चों की मौत पर पीएम मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चुप्पी पर सवाल उठा रहा है। वही इसी बीच आज राज्यसभा में संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने चमकी बुखार को लेकर बच्चों की हो रही मौत पर पहली बार बयान दिया। उन्होंने कहा कि चमकी बुखार से हो रही मौत हमारे लिए दुख की बात है और इसको लेकर मैं लगातार बिहार सरकार से संपर्क में हूं। प्रधानमंत्री मोदी राज्यसभा में संबोधन के दौरान कहा, 'आधुनिक युग में हमारी ये सबसे बड़ी विफलता है। इसे गंभीरता से लेना होगा। मुझे विश्वास है कि ये जो दुखद स्थिति से जल्द सबको बाहर निकाला जा सके। राज्य सरकार से लगातार संपर्क में हूं। ऐसी समस्या से मिलकर काम लेना होगा।'

एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से लगातार हुई मौत के बाद बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की बदइंतजामी की पोल खुल गई है। अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है और साथ ही दवाई की कमी की बात भी सामने आई है।

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे- नियति को ठहराया जिम्मेदार

बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस बुखार के लिए अजब-गजब कारण बताते हुए नियति को जिम्मेदार ठहरा दिया। उन्होंने कहा, न प्रशासन जिम्मेदार है, न सरकार जिम्मेदार है, मैं मानता हूं जो नियति है वो ठीक नहीं है, और जो मौसम है वो भी इसके लिए एक मुख्य कारण है।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे- लीची को बताया मौत की वजह

चमकी बुखार से हो रही मौतों को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा, 'बच्चों की मौतों के पीछे कई सारे कारण हैं। एक वजह ये भी है कि बच्चे भूखे पेट लीची खा लेते हैं, लीची में जो बीज होता है वो शरीर में शुगर को कम कर देता है। जिसकी वजह से इन्सेफ्लाइटिस हो रहा है।' हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इस पर रिसर्च की जा रही है।

अश्विनी चौबे का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, इस वीडियो में मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वो सोते हुए नजर आ रहे थे। इसे लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने अपनी इस गलती को छिपाने के लिए ये कह दिया कि वो चिंतन कर रहे थे।

BJP सांसद रूडी बोले- कही यह चीन की साजिश तो नहीं?

बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी जिन्होंने लोकसभा में चमकी बुखार का मामला उठाते हुए कहा कि बच्चों की मौत के लिए केवल लीची को दोष देना ठीक नहीं है। उन्होंने इस बीमारी के पीछे चीन की साजिश होने का भी शक जताया। उन्होंने कहा यह एक घटना है या कोई साजिश है। मुझे बचपन से लीची बहुत पसंद है और यह आप सभी को पसंद होगी। यह 15 दिनों का फसल है। पूरी दुनिया में जितनी लीची का फसल है 40 फिसदी उसमें भारत की हिस्सेदारी है। अधिकांश उसमें बिहार में है। हम लीची खाते आए हैं, इससे कभी हम बिमार नहीं हुए। हजारों करोड़ रुपये का निर्यात होता है। भारत के बाद सबसे अधिक लीची अगर कहीं होता है तो वह है चीन। हजारों करोड़ का लीची आज बंदरगाहों पर रखा हुआ है। जो जूस बनता था वह पीना छोड़ दिया। उन्होंने कहा अब समझना आवश्यक है कि लीची खाने से बच्चे मरे हैं या कोई और कारण है। कहीं यह साजिश तो नहीं है। चिंता का विषय सिर्फ इतना है कि लोग आज लीची खाना छोड़ रहे हैं। घरों में नहीं ला रहे हैं। लोगों तक सच्चाई पहुंचाने की जरूरत है कि इंस्फेलाटिस का कारण क्या था। ये बच्चे मरे तो क्यों मरे? क्या यह चीन के कारण...मैं आरोप नहीं लगा रहा हूं। कहीं यह साजिश नहीं हो। यही आग्रह करूंगा कि मुझे सच्चाई जाननी है। ताकि किसानों को नुकसान नहीं पहुंचे।