मुंबई : मरम्मत के लिए बनी 445 की लिस्ट से गायब था CST ओवर ब्रिज का नाम, कांग्रेस ने कहा - सरकारी लापरवाही से हुआ हादसा

मुंबई के सीएसटी रेलवे स्टेशन के पास एक फुटओवर ब्रिज गिर गया है। हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे में अब तक 3 महिलाओं समेत 5 लोगों की मौत की खबर है। स्टेशन के पास गुरुवार शाम पैदल पार पुल का बड़ा हिस्सा ढह जाने से 36 लोग घायल भी हुए हैं। हादसे में मरने वालों के नाम अपूर्वा प्रभु (35 साल), रंजना तांबे (40 साल), सारिका कुलकर्णी (35 साल), जाहिद सिराज खान (32 साल) और तपेंद्र सिंह (35 साल) हैं। सीएसटी रेलवे स्टेशन के पास सभी तरह से यातायात को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है। बीएमसी आपदा प्रबंधन ने इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। पीड़ित परिवार 1916, 9833806409, 022-22621855, 022-22621955 पर हादसे से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इस हादसे के बाद सवाल उठने लगे हैं कि आखिर क्यों मुंबई के ये ओवर ब्रिज लोगों को मौत के मुंह में लेकर जा रहे हैं। पिछले साल अंधेरी के जीके गोखले रोड ओवर ब्रिज ढह जाने से दो लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद ये मांग उठने लगी कि मुंबई के सारे जर्जर ओवर ब्रिज को दुरुस्त किया जाना चाहिए। राज्य के 445 ऐसे ब्रिज की लिस्ट बनाई गई पर CST ओवर ब्रिज का नाम इस लिस्ट से नदारद था।

वहीं मुंबई के सीएसटी रेलवे स्टेशन के बाहर गिरे फुटओवर ब्रिज पर कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि इस ब्रिज का 6 महीने पहले ही ऑडिट हुआ था और इसे पूरी तरह सेफ बताया गया था लेकिन इसके बावजूद ये हादसा हो गया।

मिलिंद देवड़ा ने इसे महाराष्ट्र सरकार की लापरवाही बताते हुए ऑडिट करने वाले लोगों पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग की।

कांग्रेस के नेता संजय निरूपम ने भी बीएमसी और रेल मंत्री को इस हादसे के लिए जिम्मेदार बताया। संजय निरूपम ने कहा कि बीएमसी के लोगों को मुंबई के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।