राजस्थान के लिए चिंता की खबर, हर शख्स पर 50 हजार रुपए से ज्यादा कर्ज

राजस्थान के लिए चिंता की खबर है मौजूदा वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में ही सरकार का राजस्व घाटा 27,858 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। वहीं, प्रदेश पर अब तक 3.79 लाख करोड़ रुपए का कर्ज चढ़ चुका है।

यानी 7.5 करोड़ की कुल आबादी के हिसाब से अनुमान लगाएं तो प्रदेश के हर शख्स पर करीब 50,533 रुपए का कर्ज है। यह अब तक का सर्वाधिक है। आने वाले बजट से पहले गहलोत सरकार ने मंगलवार को अपनी वित्तीय सेहत की छमाही रिपोर्ट सार्वजनिक की। उसी में ये आंकड़े दिए गए हैं।

राजस्थान फिस्कल रिस्पांसिबिलिटी एंड बजट मैनेजमेंट एक्ट के तहत जारी की गई इस रिपोर्ट में सरकार ने अप्रैल से सितंबर तक अपनी आमदनी और खर्च का ब्योरा सार्वजनिक किया है। बता दें कि आमदनी और खर्च के अंतर को राजस्व घाटा माना जाता है।

इस अवधि में आमदनी 55096 करोड़ रुपए और खर्च 83055 करोड़ रुपए रहा। इसमें पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले इस बार सरकार का प्रत्यक्ष कर संग्रह 13.56% और अप्रत्यक्ष कर संग्रह 34.64% कम रहा। सरकार ने पूरे वित्त वर्ष के लिए 33922 करोड़ रु. का राजकोषीय घाटा अनुमानित किया था।