अविश्वास प्रस्ताव : नीतीश कुमार मोदी के साथ, शिवसेना का यू-टर्न

लोकसभा में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस चल रही है। एनडीए में भाजपा के बाद सबसे बड़े सहयोगी दल शिवसेना (18 सांसद) ने यू-टर्न ले लिया। एक दिन पहले अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी करने के बाद शिवसेना ने शुक्रवार को कहा कि वह वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लेगी। उधर, 19 सांसदों वाले बीजू जनता दल ने भी कहा कि यूपीए और एनडीए की सरकारों ने कुछ नहीं किया, इसलिए हम वॉकआउट करते हैं। इन दोनों दलों के वोटिंग में हिस्सा नहीं लेने पर लोकसभा में सदस्यों की संख्या 497 रहेगी। बहुमत के लिए 249 वोट जरूरी होंगे। अकेले भाजपा के पास 274 सांसद हैं।

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही टीडीपी ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसके बाद इस पर बहस शुरू हुई। टीडीपी सांसद जयदेव गल्ला ने प्रस्ताव पेश किया है। उन्होंने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा , 'आंध्र प्रदेश के साथ न्याय नहीं हुआ। हमारे साथ सरकार ने भेदभाव किया है।' बता दें, मोदी सरकार के खिलाफ यह अविश्वास प्रस्ताव टीडीपी ही लेकर आई है। टीडीपी के इस प्रस्ताव का कांग्रेस, टीएमसी, सपा सहित कई विपक्षी पार्टियां समर्थन कर रही हैं।

वहीं बिहार के सीएम और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा है कि हम लोग नरेंद्र मोदी सरकार के साथ हैं। नीतीश ने कहा कि हमारे सांसद अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट करेंगे। बता दें, लोकसभा में जदयू के दो सांसद हैं। ये नालंदा से कौशलेंद्र कुमार और पूर्णिया से संतोष कुमार हैं।

इसके अलावा लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बिजू जनता दल (बीजेडी) के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। बीजेडी के 18 लोकसभा सांसद हैं।