मध्यप्रदेश में भाजपा को दिया विधायक ने झटका, विधायकी के साथ-साथ पार्टी से भी दिया इस्तीफा

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों में जुटी भाजपा को झटका लगा है। भाजपा के विधायक नारायण सिंह त्रिपाठी ने पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। नारायण त्रिपाठी मैहर से विधायक हैं जिनके अब कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं राजनीतिक गलियारों में शुरु हो गई हैं। ज्ञातव्य है कि भाजपा ने मैहर से नारायण त्रिपाठी का टिकट काटकर इस बार श्रीकांत चतुर्वेदी को दिया है ।

लंबे समय से दिखा रहे थे बगावती तेवर

मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी बीते लंबे समय से बगावती तेवर दिखा रहे थे। उन्होंने अलग विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर भाजपा आलाकमान तक को पत्र लिखा था और कई बार पार्टी गाइड लाइन से अलग होकर बयानबाजी भी की थी जिसके कारण उनसे पार्टी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने जवाब तलब भी किया था। कुछ दिन पहले ही नारायण त्रिपाठी ने एक बार फिर अलग विंध्य प्रदेश की मांग करते हुए विंध्य जनता पार्टी का गठन भी किया है। यहां ये भी बता दें कि नारायण त्रिपाठी पहले भी दल बदल कर चुके हैं वो साल 2003 में समाजवादी पार्टी से विधायक बने थे। इसके बाद साल 2013 में समाजवादी पार्टी छोड़ कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बने। साल 2016 के उपचुनाव में कांग्रेस छोड़ भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बने और फिर 2018 के चुनाव में भाजपा से चुनाव लड़ा और विधायक बने।

भाजपा को बड़ा झटका

मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने चुनाव से ठीक पहले शुक्रवार को भाजपा पार्टी और विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया। नारायण त्रिपाठी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को दो लाइन का इस्तीफा भेजा है जिसमें उन्होंने लिखा है मैं नारायण त्रिपाठी सदस्य मध्यप्रदेश विधानसभा भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। इस्तीफा देने के बाद नारायण त्रिपाठी ने कहा है कि भाजपा में सुनने वाला कोई नहीं है, मैं पहले ही कह चुका था मैं भाजपा संगठन में नहीं रहने वाला। आज औपचारिक तौर पर भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया है। मैहर जाकर मैहर की जनता और विंध्य की जनता से पूछूंगा किस पार्टी से चुनाव लड़ूं। चर्चाएं हैं कि वो जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।