मथुरा। मथुरा में कृष्ण जनमाष्टमी पर उपवास के दौरान कूटू के आटे से बने पकोड़े खाने वाले 50 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई। सभी को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है।
अधिकारियों ने मंगलवार को समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में, महिलाओं और बच्चों सहित 50 से अधिक लोगों को संदिग्ध खाद्य विषाक्तता के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था, क्योंकि उन्हें कुट्टू के आटे से बने पकौड़े खाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना सोमवार रात जन्माष्टमी उत्सव के दौरान हुई।
मामला मथुरा के फरह इलाके का है। कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कूटू के आटे के पकोड़े बनाए गए थे। पकोड़े खाने के कुछ देर बाद ही लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी। आनन-फानन में बीमार लोगों को फरह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।
मरीजों में कुछ की हालत बिगड़ने लगी, जिसके बाद छह लोगों को आगरा के एसएन अस्पताल रेफर किया गया। इसके अलावा 15 लोगों को मथुरा के जिला अस्पताल और 11 लोगों को वृंदावन के एक अस्पताल रेफर किया गया।
सरकारी अस्पताल में भर्ती किशोरी प्रियंका ने पीटीआई को बताया, हमने कल रात कुट्टू के आटे से बने पकौड़े खाए थे। इसके बाद मुझे उल्टी होने लगी और पेट में जलन महसूस हुई।
एक मरीज के साथ आए परखम गांव के निवासी परखम सिंह ने बताया कि पकौड़े खाने के बाद लोगों को चक्कर, उल्टी और कंपकंपी की शिकायत होने लगी। उन्होंने कहा, कुट्टू का आटा गांव की एक स्थानीय दुकान से खरीदा गया था। उन्होंने बताया कि मेरे गांव के करीब 50 लोग बीमार पड़ गए हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात स्टाफ नर्स जसवंत यादव ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग के कारण महिलाएं, बच्चे समेत करीब 50 से अधिक लोग बीमार पड़ गए हैं। इन लोगों ने कूटू के आटे के पकोड़े खाए थे, जिसके कारण इनकी तबीयत बिगड़ी।
बता दें कि जिन लोगों की तबीयत बिगड़ी है। उनमें गांव परखम, बरोदा, मिर्जापुर, मखदूम खैरट के लोग शामिल हैं। फिलहाल सभी लोगों का अलग-अलग अस्पताल में इलाज चल रहा है। लेकिन, इस घटना के कारण फूड विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
गांव के एक अन्य निवासी महेश ने पीटीआई वीडियो को बताया, मेरी पत्नी खड़ी नहीं हो पा रही है, वह बहुत कमजोर हो गई है, लगभग बेहोश हो गई है।
अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि उल्टी और घबराहट की शिकायत के साथ करीब 29 मरीज रात एक बजे भर्ती हुए। डॉक्टर ने बताया, मुझे बताया गया है कि कुछ अन्य मरीजों को अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया है। भर्ती हुए सभी लोगों का इलाज चल रहा है, उनकी हालत स्थिर है और उनमें सुधार हो रहा है।