पुलवामा हमला: ममता बोली- चुनावों से पहले ही क्‍यों हुआ आतंकी हमला, खुफिया रिपोर्ट होने के बाद भी इतने बड़े काफिले को एकसाथ क्यों भेजा?

सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने पुलवामा हमले (Pulwama Terror Attack) पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि चुनावों से ठीक पहले ही इस तरह का हमला क्‍यों हुआ। उन्होंने कहा कि खुफिया रिपोर्ट होने के बाद भी सीआरपीएफ के इतने बड़े काफिले को एकसाथ क्यों भेजा गया। ममता बनर्जी ने सवाल किया कि जवानों को एयरलिफ्ट क्यों नहीं किया गया? इसमें कितना पैसा खर्च हो जाता।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया है। लेकिन अगर इस मौके पर बीजेपी-आरएसएस ने दंगे की कोशिश की तो देश माफ नहीं करेगा।

गौरतलब है कि गुरुवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में 44 जवान शहीद हो गए। इस घटना के बाद पूरे देश में शोक और गुस्से का माहौल है। लोग सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से इस हमले का बदला लेने की मांग कर रहे हैं। हालांकि इस पर राजनीतिक बयानबाजी भी जारी है।

इससे पहले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पुलवामा हमले पर कहा था कि आतंकवाद के लिए किसी देश और व्यक्ति विशेष को जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता। सिर्फ चार आतंकियों के हमले के चलते दो देशों में बढ़ रहे विकास और दोस्ती पर असर नहीं पड़ना चाहिए। हालांकि इस बयान का विरोध होने के बाद सिद्धू सफाई देते नजर आए। सिद्धू ने भी कश्मीर में जवानों की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखे जाने पर सवाल खड़े किए हैं।

वही अखिलेश यादव ने मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा, ''इस हमले में इंटेलिजेंस फेल कैसे हुई? आखिर इसका ज़िम्मेदार कौन है, सरकार को सबसे पहले इंटेलिजेंस को सक्षम बनाना होगा। इतना बड़ा जो हमला हुआ है आखिर इसकी भरपाई कैसे होगी?''

अखिलेश ने कहा, ''देश में लोकसभा का चुनाव भी होना है, सीमाओं की सुरक्षित भी करना है। देश की सुरक्षा सबसे जरूरी है। सरकार बताए कि वह क्या कर रही है।'' उन्होंने कहा कि अगर सभी सियासी पार्टियों ने अपना काम रोका है तो सत्ताधारी पार्टी को भी सारा कार्यक्रम रोककर सुरक्षा के लिए रणनीति बनाए। देश को बुलेट ट्रेन नहीं सैनिकों को बुलेट प्रूफ़ जैकेट चाहिए।

वही आज राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की मौजूदगी में सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद (Kirti Azad) कांग्रेस (Congress) में शामिल होते ही नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला । एक सिर के बदले दस सिर का वादा याद दिलाते हुए कीर्त आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री अगर एक सर भी लाएं हो तो बता दें। बता दे, 2014 के लोकसभा चुनाव में वो बीजेपी (BJP) की टिकट पर दरभंगा से लोकसभा सांसद चुने गए थे लेकिन फिलहाल वो लंबे समय से बीजेपी से निलंबित चल रहे थे। आपको बता दें कि कीर्ति आजाद (Kirti Azad) ने डीडीसीए में घोटाले का आरोप लगाकर वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) पर भी निशाना साधा था। अपनी पार्टी के सांसद की ओर से वित्त मंत्री पर आरोप लगाए जाने से बीजेपी (BJP) की काफी किरकिरी हो रही थी। जिसके चलते बीजेपी ने कीर्ति आजाद को निलंबित कर दिया था वहीं इस मामले में कीर्ति आजाद (Kirti Azad) के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) भी खड़े थे। दोनों ही के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया गया।