PM मानने से किया था इनकार अब मोदी के शपथ समारोह में शामिल होंगी ममता

हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में भाजपा ने 42 में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की है। पिछली बार पार्टी को 2 ही सीटें मिली थीं। बीजेपी की इस जीत में मुकुल रॉय और बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की बड़ी भूमिका मानी गई। इस चुनाव में बीजेपी के लिए जबरदस्त नतीजे पश्चिम बंगाल से आए जहां उसने ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के पसीने छुड़ा दिए। आठ साल से सत्तारूढ़ तृणमूल को अमित शाह के नेतृत्व वाली बीजेपी ने सबसे बड़ा उलटफेर दिखाया। बता दे, पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस 22 सीटें जीतने में ही कामयाब हो पाई।

तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी में जबर्दस्त फाइट के चलते ही लोकसभा चुनाव के दौरान हिंसा के साथ दोनों दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग भी देखने को मिली। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि ममता दीदी उनके लिए मिठाई भेजती हैं वहीं ममता बनर्जी ने पलटवार करते हुए कहा कि इस चुनाव में बंगाल उन्हें कंकड़ की मिठाई भेजेगा। यही नहीं, ममता ने नरेंद्र मोदी को पीएम मानने से भी इनकार कर दिया था। फिलहाल, ममता बनर्जी ने मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए रजामंदी दिखाकर इस स्थिति को सामान्य करने का काम किया है। चुनावी तनाव को दरकिनार करते हुए ममता बनर्जी 30 मई को नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के तौर पर दोबारा शपथ लेने के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी और इसके लिए वह 29 मई को दिल्ली पहुंच जाएंगी।

गौरतलब है कि मोदी 30 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे और इस समारोह में शामिल होने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान के अनुसार, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 30 मई को शाम 7 बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। विदेश मंत्रालय की तरफ से नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने मेहमानों की पुष्टि कर दी है। 30 मई को बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना, नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, म्यांमार के राष्ट्रपति यू विन म्यिंट, किर्गीज राष्ट्रपति जीनबेकोव और भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। इनके अलावा मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और थाईलैंड के विशेष दूत ग्रिसाडा बूनरैक भी मोदी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।

भारत सरकार ने इस समारोह में शामिल होने के लिए BIMSTEC (बे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल ऐंड इकॉनमिक को-ऑपरेशन) समूह के नेताओं को आमंत्रित किया है। बिम्सटेक का पूरा नाम 'वे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कॉर्पोरेशन है। ये बंगाल की खाड़ी के आस पास मौजूद देशों को एक अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग संगठन है। इस संगठन में भारत सहित नेपाल, भूटान, श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार और थाईलैंड शामिल हैं।

गुरुवार को शाम सात बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति भवन में मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। मोदी बीजेपी के ऐसे पहले नेता हैं जिन्हें प्रधानमंत्री के रूप में पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार इस शीर्ष पद के लिए चुना गया है। साथ ही जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद मोदी पूर्ण बहुमत के साथ लगातार दूसरी बार सत्ता में पहुंचने वाले तीसरे प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।