जयपुर : पतंगबाजी पर लगी 5 घंटे की रोक, मिश्रित धातुओं से बने मांझे पर पाबंदी'

आने वाले दिनों में मकर संक्रांति का पर्व आने वाला हैं जो कि पतंगबाजी के लिए जाना जाता हैं। लेकिन आसमान में पतंग अभी से दिखाई देने लगे हैं। लेकिन अब पतंगबाजी के शौकीन लोगों के लिए बुरी खबर हैं क्योंकि शहर में पतंगबाजी पर 5 घंटे की रोक रहेगी। इसी के साथ मिश्रित धातुओं और प्लास्टिक से बने मांझे पर भी पाबंदी लगाई हैं जो कि कई हादसों का कारण बनते हैं।

जिला कलेक्टर और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त की ओर से आदेश जारी करते हुए धातु मिश्रित मांझे की खरीद, बेचान और भण्डारण पर रोक लगा दी हैं। साथ ही कलेक्टर ने 30 दिसंबर से 31 जनवरी 2021 तक पतंगबाजी पर सुबह और शाम में निर्धारित समयावधि में उड़ाने पर भी रोक लगाई हैं। ये रोक सुबह 6 से 8 बजे और शाम को 5 से 7 बजे तक रहेगी। यह पहली बार ऐसा हुआ है, जब पतंगबाजी पर एक महिने की रोक लगाई हैं। इससे पहले हर साल केवल मकर संक्रांति के दिन ही सुबह-शाम निर्धारित समय पर पतंगबाजी पर रोक लगाई जाती थी।

हर साल होती है दुर्घटनाएं

पतंगबाजी के दौरान मांझे से गला, नाक या शरीर का अन्य अंग कटने की हर साल दुर्घटनाएं होती हैं। इसके कारण कई लोगों की तो जान तक चली गई हैं। इसके अलावा हर साल संक्रांति व उसके आस-पास सैंकड़ों की संख्या में पक्षी भी मर जाते हैं। मांझे से कटने और पेड़-पौधों में उलझी पतंग की डोर में फंसने से भी कई पक्षी उलझ जाते हैं और भूखे-प्यासे मर जाते हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने ये रोक लगाई हैं।

मैट्रो का संचालन भी होता हैं प्रभावित

पंतगबाजी के कारण जयपुर मेट्रो रेल का भी संचालन प्रभावित होता हैं। कई बार मेट्रो को बिजली सप्लाई करने वाली तारों में धातु मिश्रित मांझा फंसने से फाल्ट आ जाता है, जिसके कारण ट्रेन का संचालन कुछ समय के लिए रूक भी जाता हैं। इसे देखते हुए जयपुर मेट्रो रेलवे कॉरपोरेशन की ओर से भी मेट्रो लाइन के आस-पास पतंगबाजी नहीं करने के आदेश जारी किए जाते हैं।