
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष अजीत पवार और एनसीपी-एसपी के प्रमुख शरद पवार पिछले डेढ़ महीने से विभिन्न कार्यक्रमों में एक साथ नजर आ रहे हैं। इस दौरान दोनों पार्टियों के एक होने की अटकलें तेज हो गई हैं। खास बात यह है कि दोनों नेता लगातार एक साथ कार्यक्रमों में दिखाई दे रहे हैं, जो राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
आज (12 मई) महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक द्वारा मुंबई के वाईबी चव्हाण केंद्र में आयोजित एक कार्यक्रम में अजीत पवार और शरद पवार के साथ-साथ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद होंगे। इस कार्यक्रम में दोनों नेताओं के एकसाथ दिखने से उनके राजनीतिक गठबंधन को लेकर सस्पेंस और बढ़ गया है।
शरद पवार का अहम बयानएनसीपी-एसपी सुप्रीमो शरद पवार ने एक निजी साक्षात्कार में यह स्वीकार किया था कि पार्टी का एक गुट अब भी अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल होने की इच्छा रखता है। शरद पवार के इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई है। इस पर एनसीपी-एसपी के नेता अनिल देशमुख ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्टी के सांसद, विधायक और कई नेता उनसे मिलते रहते हैं, और शायद किसी ने अपनी भावना व्यक्त की हो।
अनिल देशमुख का बयानअनिल देशमुख ने एक न्यूज़ एजेंसी से बातचीत में कहा कि हम अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए एकजुट होकर काम कर रहे हैं। उन्होंने आगामी नगरपालिका, महानगरपालिका और स्थानीय चुनावों पर चर्चा की और बताया कि हम किस तरह से चुनावों में सफलता प्राप्त करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव में जो लाभ हुआ, वह सभी को पता है। विधानसभा चुनाव में भी अच्छा माहौल था, लेकिन उसमें काफी धांधली हुई। देशमुख ने आरोप लगाया कि बाहर से लोगों को बुलाकर मतदान कराया गया, जो एमवीए की हार की मुख्य वजह बनी।