महाकुंभ 2025: मौनी अमावस्या पर कब और कौन सा अखाड़ा करेगा अमृत स्नान? जानिए पूरा टाइम टेबल

महाकुंभ 2025 में पिछले 17 दिनों के भीतर 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में पवित्र स्नान किया है। बुधवार को मौनी अमावस्या के अवसर पर लगभग 10 करोड़ और श्रद्धालुओं के गंगा स्नान करने की संभावना है। उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को बताया कि मौनी अमावस्या के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली हैं।

मौनी अमावस्या पर अखाड़ों के स्नान का क्रम

मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ मेला क्षेत्र में अखाड़ों के परंपरागत क्रम के अनुसार अमृत स्नान का टाइम टेबल जारी किया गया है। इस टाइम टेबल के अनुसार, प्रत्येक अखाड़े के स्नान का समय तय किया गया है।

सन्यासी

श्री पंचायती अखाङा महानिर्वाणी एवं श्री शंभू पंचायती अटल अखाङा – 05:00 बजे
श्री तपोनिधि पंचायती श्री निरंजनी अखाङा, एवं श्री पंचायती अखाङा आनन्द – 05:50 बजे
श्री पंचदशनाम जूना अखाङा एवं श्री पंच दशनाम आवाहन अखाङा तथा श्री पंचाग्नि अखाङा – 06:45 बजे

बैरागी

अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाङा – 09:45 बजे
अखिल भारतीय श्री पंच दिगम्बर अनी अखाङा – 10:05 बजे
अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाङा – 11:05 बजे

उदासीन


श्री पंचायती नया उदासीन अखाङा – 12:00 बजे
श्री पंचायती अखाड़ा, बड़ा उदासीन, निर्वाण – 13:05 बजे
श्री पंचायती निर्मल अखाङा – 14:25 बजे

मौनी अमावस्या पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था


मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ के मद्देनजर मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को बेहद सख्त कर दिया गया है। पूरे क्षेत्र में एआई तकनीक से युक्त सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के माध्यम से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, जिससे भीड़ प्रबंधन में मदद मिल सके। बड़ी संख्या में पुलिस बल, पैरामिलिट्री और विशेष कमांडो तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

प्रयागराज जिला प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से चार पहिया वाहनों के उपयोग से बचने और संगम जाने के लिए वरिष्ठ नागरिकों व विशेष जरूरत वाले लोगों के लिए केवल दोपहिया वाहनों का इस्तेमाल करने की अपील की है। मकर संक्रांति पर 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया था, और आगामी मौनी अमावस्या पर 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के गंगा स्नान करने की संभावना है।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं, शौचालय, पेयजल और सुरक्षा प्वाइंट्स की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि हर श्रद्धालु का यह अनुभव सुरक्षित और व्यवस्थित हो। एआई तकनीक और आधुनिक निगरानी प्रणाली से लैस यह आयोजन प्रशासनिक मुस्तैदी का उदाहरण बन रहा है।