Mahakumbh 2025: रद्द हुआ महाकुंभ का दूसरा अमृत स्रान

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद अखाड़ा परिषद ने बड़ा फैसला लिया है। परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने घोषणा की है कि मौनी अमावस्या के दिन होने वाला अमृत स्नान पूरी तरह रद्द कर दिया गया है। रवींद्र पुरी ने बताया कि आज हुई भगदड़ के कारण सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान न करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, अखाड़ों ने अपने जुलूस भी वापस शिविरों में बुला लिए हैं। इस फैसले की जानकारी उन्होंने एबीपी न्यूज के साथ विशेष बातचीत में साझा की। उन्होंने कहा, आज का दिन एक बड़ा महापर्व था, लेकिन दुर्भाग्यवश, हम स्नान नहीं कर पाए। यह पर्व 140 साल बाद आया था, लेकिन परिस्थितियों के कारण हमें यह कठिन निर्णय लेना पड़ा।

अब बसंत पंचमी की तैयारी

रवींद्र पुरी ने कहा कि हमने पूरे विश्व में अपील की थी कि सभी आएं और इस महाकुंभ के साक्षी बने। सभी ने हमारी अपील मानी थी। यह पूछे जाने पर कि क्या अखाड़ों ने यह फैसला खुद लिया है या प्रशासन के कहने पर, रवींद्र पुरी ने कहा कि हम जनहित में कार्य करते हैं। हम सबकी सुरक्षा के लिए कार्य करते हैं। रवींद्र पुरी ने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि अगला जो स्नान हो वह दिव्य और भव्य हो। अब हम बसंत पंचमी के दिन अमृत स्नान की तैयारी करेंगे।

आज का जो स्नान है ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हमें टाल देना पड़ेगा और अगला स्नान जो हमारा बसंत पंचमी का आने वाला है, उसी में हिस्सा ले सकेंगे। आज के लिए हमारी पूरी तैयारी थी लेकिन हमारा आज का स्नान। किस्मत को मंजूर नहीं था। मैं सबसे अपील करता हूं कि आप प्रयागराज में जहां हैं वहीं रहें। आज का दिन हमारे लिए बहुत ही कष्ट और दुख का है।

सीएम योगी का पहला बयान

महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा है। सीएम ने यह भी आग्रह किया कि श्रद्धालु मां गंगा के जिस घाट के नजदीक हैं, वहीं पर स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने की कोशिश न करें।

मुख्यमंत्री ने बताया कि स्नान के लिए प्रशासन ने कई घाट बनाए हैं, जहां भक्त सुरक्षित तरीके से स्नान कर सकते हैं। उन्होंने प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की। साथ ही, उन्होंने किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न देने का संदेश दिया।