MP: उमा भारती द्वारा बने रिकॉर्ड को तोड़ने में सफल होंगे शिवराज सिंह चौहान, पांचवीं बार लेंगे मुख्यमंत्री की शपथ

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर मतगणना जारी है। शुरुआती रुझानों में भाजपा पूर्ण बहुमत से फिर से सरकार बनाती दिख रही है। ऐसा यदि हुआ तो शिवराज सिंह पांचवीं बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। मध्य प्रदेश में भाजपा का अब तक सबसे शानदार प्रदर्शन 2003 में रहा था। मध्य प्रदेश का एक नवंबर 2000 को विभाजन हुआ था। पृथक राज्य बनने से 90 विधानसभा सीटें छत्तीसगढ़ में चली गईं और मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें रह गईं। साल 2003 में भाजपा ने उमा भारती की अगुआई में विधानसभा चुनाव लड़ा और 230 में से 173 सीटें जीती थीं।

चुनाव आयोग के मुताबिक, दोपहर 12 बजे तक भाजपा 160 सीटों पर आगे थी। वहीं, कांग्रेस सिर्फ 67 सीटों पर आगे थी। बहुजन समाज पार्टी 2 और भारत आदिवासी पार्टी एक सीट पर आगे हैं।

शिवराज की अगुआई में 2013 में था भाजपा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन


मौजूदा विधानसभा चुनाव में अब तक जिस तरह से रुझान मिल रहे हैं उससे यदि भाजपा इस आंकड़े को पार कर जाए तो किसी को अचंभा नहीं होगा। शिवराज के रहते भाजपा का सबसे शानदार प्रदर्शन 2013 में रहा था। तब भाजपा ने उनकी अगुआई में 165 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस सिर्फ 58 सीट पर सिमटकर रह गई थी।

मध्य प्रदेश में भाजपा यदि इस बार 173 से ज्यादा सीटें जीत लेती है तो वह न सिर्फ उमा भारती का 20 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ देंगे, बल्कि सबसे ज्यादा सीटें जीतने का इतिहास भी रच देंगे।

साल 2018 में कांग्रेस ने जीती थीं सबसे ज्यादा सीटें

पिछले विधानसभा यानी 2018 चुनाव की बात करें तो कांग्रेस सबसे ज्यादा 114 सीट जीतने वाली पार्टी थी। यह संख्या बहुमत से 2 कम थी, लेकिन कमलनाथ निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से मुख्यमंत्री बनने में सफल रहे थे। हालांकि, ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 22 विधायकों के पाला बदलने से कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई। इस कारण कमलनाथ को 20 मार्च 2020 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने 23 मार्च 2020 को चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।