पाकिस्तान हमें मजबूर न करें वरना... : केंद्रीय मंत्री गडकरी

शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पाकिस्तान ने आतंकवाद को समर्थन और आतंकवादियों को भारत भेजने का काम जारी रखा तो भारत से पाकिस्तान की नदियों में एक बूंद पानी नहीं आएगा। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री गडकरी ने जबलपुर संभाग के भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक में पाकिस्तान को आगाह करते हुए कहा, "अगर तुम आतंकवाद और आतंकवादियों को समर्थन करना और आतंकवाद को एक्सपोर्ट करने का काम करोगे तो एक बूंद पानी पाकिस्तान नहीं आएगा ये याद रखना।" गडकरी ने कहा कि आतंरिक और बाहरी सुरक्षा के बारे में हम कोई समझौता नहीं करेंगे। पाकिस्तान को पता है कि लड़ाई में वह हिन्दुस्तान को नहीं हरा सकता तो पाकिस्तान ने आतंकवाद और आतंकवादियों को भेजकर एक 'प्राक्सी वॉर' शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा, "इमरान खान जरूर बोलते हैं कि हमारा इस हमले से कोई संबंध नहीं है तो जो आतंकवादी आते हैं और जिनकों हम पकड़ते हैं, वे पाकिस्तान के नागरिक हैं। उनके पास मोबाइल फोन हैं। पाकिस्तान के सैनिकों द्वारा दिए गए औजार हैं और इतना होने के बाद भी पाकिस्तान झूठ बोलता है।"

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच एक करार हुआ था। इंडस ट्रीटी के नाम से वह प्रसिद्ध है। भारत और पाकिस्तान के बीच छह नदियां थीं। तीन नदियां पाकिस्तान को मिली और तीन भारत को मिलीं और हमारे अधिकार का जो पानी था वो भी पाकिस्तान में जा रहा था।

गडकरी ने कहा, "हमने निर्णय किया और कैबिनेट ने स्वीकार किया। हम तीन प्रोजेक्ट बना रहे हैं जो हमारे अधिकार का पानी है, उसको रोक कर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान को देने का काम हम करने जा रहे हैं और जो बाकी तीन नदियां पाकिस्तान में जाती हैं, झेलम, चिनाब हैं वे भी हमारे भारत से जाती हैं।"

उन्होने कहा कि उस करार में लिखा है कि दोनों देश में प्रेम, सौहार्द सहयोग और भाईचारा बढ़े। पर आज जब हम सोचते हैं तो कहां गया सौहार्द, कहां गई मैत्री। इससे पहले केन्द्रीय मंत्री ने जबलपुर शहर के पश्चिमी हिस्से में लगने वाले यातायात जाम से निजात दिलाने के लिए 758.54 रुपये की लागत से बनाए जा रहे 5.90 किलोमीटर लंबे फ्लाई ओवर का शिलान्यास किया। यह फ्लाई ओवर दमोह-नाका- रानीताल- मदन महल चौक से मेडिकल कॉलेज रोड तक बनेगा।

पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए भारत सभी कूटनीतिक का इस्तेमाल करेगा : अरुण जेटली

वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) ने शुकवार को कहा कि जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा जिले (Pulwama) में हुए आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) के लिए जिम्मेदार पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए भारत सभी कूटनीतिक का इस्तेमाल करेगा। जेटली ने पाकिस्तान को ‘दुष्ट देश’ करार देते हुए कहा कि यह हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है, जबकि दोषियों ने स्वयं हमले की जिम्मेदारी ली है और वे इसका श्रेय ले रहे हैं। जेटली ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण का हवाला देते हुए कहा कि ‘(पाक) सरकार के मुखिया कहते हैं हमें कार्रवाई करने योग्य साक्ष्य दीजिए। आपको कार्रवाई योग्य साक्ष्य की जरूरत तब पड़ती जब इस अपराध को अंजाम देने वाले की कोई जानकारी नहीं होती, लेकिन आपके अपने देश में बैठा एक व्यक्ति इस हमले की जिम्मेदारी ले रहा है।’

उन्होंने कहा,‘इसलिए जब इसमें स्वीकारोक्ति है...आपके पास आपके अपने देश के लोग बैठे हैं और अपराध को स्वीकार कर रहे हैं तथा कह रहे हैं कि हां, हमने इसे अंजाम दिया है और इसका श्रेय ले रहे हैं ।’

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी नेतृत्व इस मसले पर बाघ की सवारी कर रहा है और बाघ अपने सवार को कभी नहीं छोड़ता है। जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को एक आतंकवादी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान शहीद हो गए थे।