रैली में फूट-फूट कर रोने लगी जयाप्रदा, बोलीं - मजबूरी में छोड़कर गई थी रामपुर, मेरे पर तेजाब से हमले की साजिश रची गई थी, वीडियो

एक ही पार्टी में रहकर एक दूसरे के विरोधी रहे आजम खान और जयाप्रदा अब चुनावी मैदान में एक दूसरे के सामने खड़े है। महागठबंधन प्रत्याशी आजम खान ने जहां मंगलवार को आपना नामांकन दाखिल किया। वही बुधवार को बीजेपी प्रत्याशी जयाप्रदा ने अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन के बाद जनता के बीच पुरानी यादों को याद करते वक्त जयाप्रदा भावुक हो गईं। जनता के सामने खुद पर हुए हमले का ज़िक्र करते हुए उन्होंने इशारों-इशारों में अपने पुराने दुश्मन आजम खान (Azam Khan) पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग उनके खिलाफ काम करते थे, उन्हें जेल में डाल दिया जाता था। भावुक होकर उन्होंने कहा कि मैं रामपुर इसलिए छोड़कर गई और इसलिए सक्रिय राजनीति में नहीं आई, क्योंकि, मेरे पर तेजाब से हमले की साजिश रची गई थी। मेरे ऊपर हमला किया गया था। मैंने गुनाह किया है तो मुझे सजा दीजिए, मैंने आपके विकास के लिए जुल्म सहा है। आज मैं भी जिद्दी हूं। वो जयाप्रदा नहीं हूं जो रोते-रोते आपके लिए काम करती थी।

आपको बता दें कि 1994 में एनटी रामाराव उन्हें तेलगुदेशम पार्टी के साथ उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया था और आंध्रप्रदेश से राज्यसभा सांसद चुनी गईं। उत्तर प्रदेश की राजनीति में आने के लिए उन्होंने सपा ज्वांइन की। साल 2004 और 2009 में सपा के टिकट पर सांसद चुनी गईं। साल 2011 में वो अमर सिंह के राष्ट्रीय लोकमंच में शामिल हुईं। साल 2014 में आरएलडी के टिकट पर बिजनौर से चुनाव लड़ा और हार गईं। बीजेपी उनकी पांचवीं पार्टी है और इस बार वह आजम खान को रामपुर लोकसभा सीट से टक्कर दे रही हैं।