Election Results 2019 : मोदी की सुनामी में इन दिग्गजों का हो गया सूपड़ा साफ

17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव के वोटों की गिनती जारी है। रुझान बता रहे हैं कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब बहुमत के साथ लगातार दूसरी बार कोई पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में आ गई है। लोकसभा की 543 में से 542 सीटों पर हुए मतदान के बाद आज मतगणना (Election Result) हो रही है। अब तक आए रुझानों में बीजेपी काफी आगे नजर आ रही है। जबकि कांग्रेस पिछड़ती दिखाई दे रही है। राहुल गांधी की अमेठी सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। यहां स्मृति ईरानी उन्हें टफ फाइट दे रही हैं। वहीं, यूपी में सपा-बसपा और आरएलडी के गठबंधन का फॉर्मूला भी पूरी तरह फेल होता दिखाई दे रहा है। बिहार में कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन पूरी तरह साफ होता दिख रहा है। रुझानों के मुताबिक, कई दिग्गज चुनाव हारते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, ये आखिरी परिणाम नहीं हैं और आंकड़े बदल सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ बड़े नेताओं की स्थिति...

मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस)

कर्नाटक की गुलबर्गा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव लड़ रहे हैं। रुझानों के मुताबिक, वे बीजेपी के उमेश जी जाधव से करीब 42 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं।

राम कृपाल यादव (आरजेडी)

वहीं, बिहार की पाटलिपुत्र सीट से BJP नेता राम कृपाल यादव आरजेडी कैंडिडेट और लालू यादव की बेटी मीसा भारती से करीब 5 हजार वोट से पीछे चल रहे हैं।

शत्रुघ्न सिन्हा (कांग्रेस)

बीजेपी से कांग्रेस में आए शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी के रवि शंकर प्रसाद से 74 हजार से अधिक वोटों से पीछे चल रहे हैं। सिन्हा और प्रसाद बिहार के पटनासाहिब सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

कन्हैया कुमार (सीपीआई)

बिहार के बेगूसराय से सीपीआई के कन्हैया कुमार बीजेपी के गिरिराज सिंह से करीब एक लाख 77 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया (कांग्रेस)

कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश की गुना सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। सिंधिया बीजेपी के केपी यादव से 53 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं।

दिग्विजय सिंह (कांग्रेस)


भोपाल से चुनाव लड़ रहे दिग्विजय सिंह बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा से 110520 वोटों से पीछे चल रहे हैं।

बता दे, जवाहरलाल नेहरू ने लगातार तीन बार और इंदिरा गांधी ने लगातार दो बार कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाकर सरकार बनाई थी। नेहरू ने 1952, 1957 और 1962 का चुनाव जीत था। वहीं, इंदिरा गांधी ने 1967 और 1971 का चुनाव पूर्ण बहुमत के साथ जीता था। मोदी ने अब इंदिरा की बराबरी कर ली है। 2014 में उनके नेतृत्व में भाजपा ने 282 सीटें जीती थीं। इस बार भी वह 280 से ज्यादा सीटें जीत रही है।