प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दस्तखत वाले चेक ड्राइंग रूम में सजा रहे है सप्लायर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा के लिए सामान मुहैया कराने वाले सप्लायर उनके हस्ताक्षर वाले चेक बैंक में जमा नहीं कर रहे हैं। सप्लायर उन्हें फ्रेम कर ड्राइंगरूम में सजा रहे हैं। ग्राफिक डिजाइनर गणपति ने बताया कि प्रधानमंत्री के हस्ताक्षर वाला चेक मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी। मैंने चेक बैंक में लगाने के बजाय उसे अपने ड्राइंग रूम में लगाना बेहतर समझा। यह प्रधानमंत्री के प्रति मेरा समर्पण और उनकी नीतियों के प्रति आस्था है।

दरहसल, कई लोगों को चेक देने के बाद भी जब खाते से पैसे कम नहीं तो उनके चुनाव संचालकों को यह बात पता चली। प्रधानमंत्री के चुनाव का काम देख रहे काशी प्रांत के सह प्रभारी सुनील ओझा ने कहा कि लोग प्रधानमंत्री के हस्ताक्षर वाले चेक यादगार के तौर पर रखना चाहते हैं। इसलिए चेक बैंक में जमा करने के बजाय फ्रेम करवा रहे हैं। अन्य नेता महेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि हमने लोगों से आग्रह किया है कि चेक बैंक में लगाकर भुगतान लें। जिसके चलते अब प्रधानमंत्री के चुनाव का जिम्मा संभाल रहे नेता अब लोगों को रंगीन फोटो कॉपी रखकर मूल चेक बैंक में लगाने के लिए समझा रहे हैं। अब नए चेकों के साथ रंगीन फोटो कॉपी भी दी जाने लगी है। चुनाव आयोग ने उम्मीदवार के खर्च की सीमा 70 लाख रुपए तय कर रखी है। भुगतान उम्मीदवार के चुनावी खाते से होता है। खर्च का ब्योरा नियमित रूप से निर्वाचन अधिकारी को देना होता है।