मेरा मोदी जी के प्रति सम्मान है, लेकिन उन्हें राजीव गांधी के खिलाफ बोलना नहीं चाहिए था : बीजेपी नेता

लोकसभा चुनाव 2019 की सरगर्मियों के बीच प्रचार के दौरान दोनों ही तरफ के नेताओं ने मर्यादा की तमाम सीमाएं लांघ दी है। चुनाव आयोग द्वारा चेताने के बावजूद नेताओं की भाषा का स्तर गिरता ही जा रहा है। जहाँ राहुल गांधी लगातार चौकीदार चोर का नारा बुलंद कर रहे है वही प्रधानमंत्री ने राहुल के पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajeev Gandhi) को भी चुनाव प्रचार में घसीट लिया है। बता दे, प्रधानमंत्री ने राजीव गांधी को 'भ्रष्टाचारी नंबर वन' बताया है। पीएम ने राहुल गांधी के दिवंगत पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिये बगैर कहा 'आपके पिताजी को आपके राज दरबारियों ने गाजे-बाजे के साथ मिस्टर क्लीन बना दिया था। लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नम्बर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया। नामदार यह अहंकार आपको खा जाएगा। ये देश गलतियां माफ करता है, मगर धोखेबाजी को कभी माफ नहीं करता।' इस बयान के बाद प्रधानमंत्री की काफी आलोचना हुई थी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने दिवंगत पिता राजीव गांधी के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘भ्रष्टाचारी नंबर 1' का तंज कसे जाने पर रविवार को ‘प्यार और झप्पी के साथ' उन्हें जवाब देते हुए कहा कि आपके कर्म आपका इंतजार कर रहे हैं। गांधी ने कहा कि मोदी खुद के बारे में अपनी धारणा मेरे पिता पर थोप रहे हैं लेकिन वह अपने आप को बचा नहीं पायेंगे क्योंकि उनके लिए लड़ाई खत्म हो गई है। इतना ही नहीं भाजपा (BJP) की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने राजीव गांधी को ‘भारत का सबसे बड़ा मॉब लिंचर' बताया है। रविवार को शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ‘भारत के सबसे बड़े मॉब लिंचर' थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को ‘भ्रष्टाचारी नंबर-1' बताने वाले बयान का समर्थन करते हुए, सिरसा ने कहा कि गांधी दुनिया के एकमात्र प्रधानमंत्री थे जिन्होंने ‘एक समुदाय विशेष के खिलाफ मॉब लिंचिंग की योजना बनाई थी।'

मेरा मोदी जी के प्रति बहुत सम्मान है, लेकिन उन्हें राजीव गांधी के खिलाफ बोलना नहीं चाहिए था

पीएम मोदी की इस टिप्पणी को कर्नाटक बीजेपी के श्रीनिवास प्रसाद ने अनावश्यक बताया है। BJP नेता श्रीनिवास प्रसाद (Srinivasa Prasad) ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, 'लिट्टे ने योजना बनाकर राजीव गांधी (Rajeev Gandhi) की हत्या कर दी थी। भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण उनकी मृत्यु नहीं हुई। कोई भी ऐसा नहीं मानता है, यहां तक कि मुझे भी इसका विश्वास नहीं है। मेरा मोदी जी के प्रति बहुत सम्मान है, लेकिन उन्हें राजीव गांधी के खिलाफ बोलना नहीं चाहिए था।' उन्होंने कहा कि 'छोटी सी उम्र में ही राजीव गांधी के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारियां थीं। श्रीनिवास प्रसाद ने कहा कि राजनीति में सबसे ऊंचा व्यक्तित्व रखने वाले वाजपेयी जी (अटल बिहारी वाजपेयी) ने भी राजीव गांधी के बारे में कई अच्छी बातें की हैं।' बता दें कि श्रीनिवास प्रसाद (Srinivasa Prasad News) अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हुए थे और राज्य मंत्री थे। इसके बाद एक बार फिर से 2017 में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था।