बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में हुई हिंसा और आगजनी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक निजी चैनल को दी एक इंटरव्यू में कहा कि पश्चिम बंगाल की स्थिति कश्मीर से भी बदतर हो गई है। पीएम मोदी ने कहा, 'कश्मीर हिंसा और आतंकवाद के लिए जाना जाता है। कश्मीर में पंचायत के चुनाव हुए। एक भी पोलिंग बूथ पर हिंसा की एक भी घटना नहीं हुई। उसी समय पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव हुए। सैकड़ों लोग मारे गए, जो जीतकर आए उनके घर जला दिए गए। जो जीतकर आए उन्हें झारखंड और पड़ोसी राज्यों में मुंह छिपाकर रहना पड़ा। उनका गुनाह था कि वे जीत कर आए। उस समय लोकतंत्र की बात करने वाले और खुद को न्यूट्रल कहने वाले चुप रहे। इससे उनको बल मिलता गया।'
पीएम मोदी ने कहा कि ममता बनर्जी को बीजेपी, लेफ्ट या कांग्रेस का डर नहीं है, बल्कि उन्हें बंगाल की जनता से डर लग रहा है। उन्होंने कहा, 'चुनाव से पहले बीजेपी नेताओं की रैलियां रद्द की गईं, एक सूबे के मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर को नहीं उतरने दिया गया। प्रधानमंत्री की सभा रद्द की गई, रात 9 बजे परमिशन मिली। अमित शाह की सभा रद्द कर दी गई। यह पूरी तरह अलोकतांत्रिक है। उन्हें बीजेपी, लेफ्ट या कांग्रेस का भय नहीं है, उन्हें भय बंगाल की जनता का है। उन्हें भय है कि बंगाल की जनता अगर खड़ी हो गई तो उनका (ममता) भविष्य अधर में चला जाएगा।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल की घटनाओं पर खुद को तटस्थ कहने वालों की चुप्पी चिंता की बात है। उन्होंने कहा, 'देश में जो लोग लोकतंत्र में विश्वास करते हैं और जो न्यूट्रल हैं, उनका मौन चिंताजनक है। क्योंकि सिर्फ मोदी के प्रति नफरत के कारण बाकी सब चीजें माफ कर देने का जो तरीका बन गया है, इसने देश का बहुत नुकसान किया है।'
CRPF नहीं होती तो बचना मुश्किल था : अमित शाहपश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में अपने रोड शो के दौरान हुई हिंसा को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तृणमूल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। ममता सरकार पर हिंसा करने के आरोप लगाते हुए अमित शाह ने कहा हम शांति से रोड शो निकाल रहे थे, लेकिन तीन हमले हुए। हमारे पास खबर थी कि यूनिवर्सिटी से कुछ लोग आएंगे और पथराव करेंगे। अगर सीआरपीएफ न होती तो मेरा बचकर आना नामुमकिन था। अमित शाह ने कहा है कि अब तक चुनाव के 6 चरण समाप्त हो चुके हैं, इन 6 के 6 चरणों में सिवाय पश्चिम बंगाल के अलावा कहीं भी हिंसा नहीं हुई। इसका मतलब साफ है कि हिंसा का कारण सिर्फ ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस है। शाह ने कहा कि ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नहीं बल्कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने तोड़ी थी। अमित शाह ने कहा अगर सीआरपीएफ न होती तो मेरा बचकर आना नामुमकिन था। दीदी से अपील करता हूं कि अगर कुछ छिपाना नहीं है, तो किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराएं।