वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तोड़ा अपना ही पुराना रिकार्ड, दर्ज की ऐतिहासिक जीत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में बीजेपी ने इतिहास रच दिया है। साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव का रिकॉर्ड तोड़ते हुए बीजेपी अकेले अपने दम पर 300 से ज्यादा सीटों पर जीतती नज़र आ रही है। वहीं एनडीए भी 350 सीटों को पार कर गया है। अबतक के इतिहास में पहली बार हुआ है जब बीजेपी ने अपने दम पर अकेले 300 का आंकड़ा छुआ है। इससे पहले 2014 में पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर 282 सीटों पर कब्जा किया था। लोकसभा चुनाव में एक तरफ मोदी थे तो दूसरी तरफ पूरा विपक्ष। पूरे देश में कहीं महागठबंधन बना तो कहीं किसी ने क्षेत्रीय पार्टी के लिए सीट छोड़ दी। अकेले मोदी सब पर भारी पड़े। वही वाराणसी में भी पीएम मोदी ने अपनी ही जीत का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। प्रधानमंत्री ने इस सीट से जीत का अपना पुराना रिकार्ड तोड़ते हुए 4 लाख 79 हजार 505 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। 2014 में यहां से पीएम मोदी ने 3,71,784 मतों से जीत हासिल की थी। मोदी को दूसरी बार इस सीट से चुनने वाली जनता ने सबसे अधिक 63.62 प्रतिशत मत दिए।

मतगणना के बाद मोदी ने कुल 6,74,664 मत हासिल किए। वहीं, उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी (सपा-बसपा-रालोद) गठबंधन प्रत्याशी शालिनी यादव को 1,95,159 (18.4%) और तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के अजय राय को 1,52,548 (14.4%) मत प्राप्त हुए। वाराणसी सीट पर मोदी के खड़े होने के कारण यहां प्रत्याशियों की बाढ़ आ गई थी। इस सीट से इस साल कुल 27 प्रत्याशियों ने चुनाव में अपनी किस्मत आजमाई।

वाराणसी में जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने यहां के लोगों को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, 'धन्यवाद काशी! इस महान भूमि की सेवा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। लोकसभा में एक बार फिर काशी का प्रतिनिधित्व करने को लेकर मैं बहुत उत्साहित हूं। काशी के विकास के लिए हम सब मिलकर काम करेंगे। काशी के भाजपा कार्यकर्ताओं ने जो कठिन परिश्रम किया है, इसके लिए उन सबका आभार।'

बीजेपी ने सातवीं बार जीती वाराणसी सीट

प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में जहां दूसरी बार जीत दर्ज की वहीं बीजेपी की यह सातवीं जीत है। पिछले 28 सालों में वाराणसी पर बीजेपी का दबदबा रहा। हालांकि, इस दौरान बीजेपी को एक बार हार का सामना करना पड़ा था। 1991 में बीजेपी ने यहां पहली बार जीत का स्वाद चखा था। 1991 में श्रीश चंद्र दीक्षित सांसद बने थे। फिर 1996 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शंकर प्रसाद जायसवाल को मैदान में उतारा और उन्होंने शानदार जीत दर्ज की।

इसके बाद शंकर प्रसाद ने 1998 और 1999 के चुनाव में जीत हासिल की। लेकिन वह 2004 के चुनाव में बीजेपी को जीत नहीं दिला सके। उन्हें 2004 में कांग्रेस के डॉ। राजेश कुमार मिश्रा ने हराया। इसके बाद 2009 के चुनाव में वाराणसी से बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी ने जीत हासिल की। वहीं, 2014 और 2019 के चुनाव में नरेंद्र मोदी ने एतिहासिक जीत हासिल करने में सफल रहे।

जीत के बात पीएम मोदी ने क्या कहा...

बीजेपी मुख्यालय में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार भले ही बहुमत से चलती हो लेकिन देश सर्वमत से चलता है और हम इस विचार के साथ सभी को साथ लेकर चलेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये मोदी की विजय नहीं है। ये देश में ईमानदारी के लिए तड़पते हुए नागरिक की आशा-आकांक्षा की विजय है। यह 21वीं सदी के सपनों को लेकर चल पड़े नौजवान की विजय है। मोदी ने कहा कि ये विजय आत्मसम्मान, आत्मगौरव के साथ एक शौचालय के लिए तड़पती हुई मां की विजय है। ये विजय उस बीमार व्यक्ति की है जो 4-5 साल से पैसों कमी की वजह से अपना उपचार नहीं करवा पा रहा था और आज उसका उपचार हो रहा है। ये उसके आशीर्वाद की विजय है। पीएम मोदी ने कहा कि चुनावों के बीच क्या हुआ, वो बात बीत चुकी है। हमें सबको साथ लेकर चलना है। घोर विरोधियों को भी देशहित में साथ लेकर चलना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश ने इस फकीर की झोली भर दी और लोगों के इतने प्यार और समर्थन के लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। पीएम मोदी (PM Modi) अपने ट्वीट में कहा कि सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास = विजयी भारत। उन्होंने कहा कि हम साथ मिलकर बढ़ेंगे, साथ मिलकर समृद्ध बनेंगे और साथ मिलकर ही एक मजबूत एवं समावेशी भारत का निर्माण करेंगे। भारत एक बार फिर जीता। विजयी भारत। शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने चुनाव के नतीजों को ‘राष्ट्रीय शक्तियों की जीत' करार दिया।