क्या हार स्वीकारते हुए इस्तीफा देंगे कांग्रेस अध्यक्ष! जानिये राहुल गांधी ने क्या दिया जवाब...

लोकसभा चुनाव के नतीजों के रुझानों में बीजेपी को भारी बहुमत से बढ़त मिलती नजर आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी सीट से भारी मतों से आगे चल रहे हैं वहीं अमित शाह गांधीनगर से, स्मृति ईरानी अमेठी से और लखनऊ से राजनाथ सिंह भारी वोटों से जीत की तरफ बढ़ रहे हैं। रुझानों में एनडीए की सीट संख्या 300 के पार पहुंच गई है। इसके अलावा अकेले बीजेपी अपने दम पर बहुमत से भी ज्यादा मतों से आगे चलकर केंद्र में सरकार बनाने के लिए तैयार है। वहीं, कांग्रेस 90 सीटों पर सिमटती दिख रही है। अगर मौजूदा रुझान अंतिम परिणामों में बदलते हैं तो भाजपा 2014 के अपने प्रदर्शन में सुधार कर ज्यादा सीटें जीतती दिख रही है। 2014 में भाजपा ने लोकसभा की 543 सीटों में से 282 सीटें जीती थीं। उधर, कांग्रेस की हार को स्वीकार करते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राहुल गांधी ने कहा, राहुल गांधी ने कहा कि सबसे पहले वो पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई देते हैं। राहुल गांधी ने कहा, 'यह दो विचारधाराओं की लड़ाई है। हम दो अलग-अलग सोच हैं, लेकिन यह मानना पड़ेगा कि इस इलेक्शन में नरेंद्र मोदी और बीजेपी जीते हैं। मैं उन्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूं।' यही नहीं नतीजे के ऐलान से पहले ही उन्होंने अपने परंपरागत गढ़ अमेठी में हार को स्वीकार करते हुए स्मृति इरानी को जीत की बधाई दी।

इसके साथ ही राहुल गांधी ने नतीजों को लेकर किसी तरह का सवाल उठाने से इनकार करते हुए कहा, 'मैं देश के लोगों के निर्णय पर किसी तरह का सवाल नहीं उठाना चाहता और मैं जनादेश का पूरा सम्मान करता हूं।' बेरोजगारी और इकॉनमी जैसे मुद्दों को तरजीह देने को गलती के सवाल पर राहुल ने कहा कि आज मैं यह नहीं कहना चाहता हूं। यह इस बात का समय नहीं है।

राहुल गांधी से जब यह पूछा गया कि क्या वो इसे अपनी हार मानते हैं तो उसके जवाब में उन्होंने कहा कि यह एक वैचारिक लड़ाई है जो आगे जारी रहेगी। चुनाव प्रचार के दौरान जिन विचारों को उन्होंने रखा था उस विचार को आगे बढ़ाएंगे। इसके साथ ये भी कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह से उनके और गांधी परिवार पर हमला किया गया उसका जवाब वो प्यार से दे रहे थे। वो किसी भी हमले का जवाब प्यार से ही देंगे। उनके लिए यह माएने नहीं रखता है कि हमला करने का अंदाज कितना तीखा और बदरंग है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने हार की जिम्मेदारी को लेकर सवाल पूछा तो राहुल ने कहा कि इसकी शत-प्रतिशत जिम्मेदारी मैं लेता हूं। राहुल ने कांग्रेस की राजनीति को पॉजिटिव करार देते हुए कहा कि बहुत लंबा कैंपेन था और मैंने एक लाइन रखी थी कि मेरे ऊपर जो भी गलत शब्द इस्तेमाल किए जाएं, मैं प्यार से जवाब दूंगा। चाहे कुछ भी हो जाए, मैं जवाब में प्यार से ही बोलूंगा।

राहुल गांधी से जब पूछा गया कि अमेठी के बारे में वो क्या कहना चाहते हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वो स्मृति ईरानी को बधाई देना चाहते हैं। वो उनकी जीत पर उन्हें मुबारकबाद देते हैं। अमेठी को उनको सौंप दिया है और अब वहां की जनता का सेवा करें।

इस्तीफे के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधीने कहा कि उनके इस्तीफे का मुद्दा उनके और कांग्रेस कार्यकारिणी के बीच का है। राहुल ने कहा, 'मैं (पार्टी के प्रदर्शन के लिए) पूरी जिम्मेदारी स्वीकारता हूं।' पार्टी के नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी के इस्तीफा देने की खबरें शरारतपूर्ण और गलत हैं। संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस्तीफा देंगे? राहुल ने कहा, 'कार्यकारिणी की हमारी एक बैठक होगी। आप इसे मेरे और कार्यकारिणी के बीच छोड़ दें।'

वही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार पर बृहस्पतिवार को कहा कि वह जनता के फैसले का सम्मान करती हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा को बधाई देती हैं। प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी को बधाई तो दी, लेकिन जनता के फैसले को स्वीकार करना नहीं भूलीं। उन्होंने मीडिया से कहा, ‘‘जनता ने फैसला किया है। इसका पूरा सम्मान करते हैं। मैं प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई देती हूं।''