सोमवार को नागपुर से बीजेपी के लोकसभा उम्मीदवार केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री गडकरी ने नामांकन दाखिल किया। शपथपत्र के मुताबिक, 2017-18 में उनकी वार्षिक आमदनी 6.4 लाख रुपये थी। 5 साल पहले (2013-14) गडकरी ने वार्षिक आमदनी 2.7 लाख रुपये घोषित की थी। सबसे बड़ा उछाल 2014-15 में आया और उनकी आमदनी बढ़कर 6 लाख रुपये हो गई। तब से उनकी आमदनी लगभग स्थिर है।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की सालाना आमदनी 5 साल में 140 फीसदी बढ़ी है।उनकी पत्नी की आमदनी में करीब 10 गुने की वृद्धि हुई है। 2013-14 में उनकी आमदनी 4.6 लाख रुपये थी, जो 2017-18 में बढ़कर 40 लाख रुपये हो गई। पहली बार उम्मीदवारों को पिछले पांच साल में I-T रिटर्न्स में घोषित आमदनी का ब्योरा देना है।
करीब 7 करोड़ की संपत्ति, 2014 की तुलना में 10 फीसदी अधिकगडकरी की कुल संपत्ति 6.9 करोड़ रुपये (1.96 करोड़ रुपये की पैतृक संपत्ति शामिल) है। 2014 की तुलना में यह 10 फीसदी अधिक है। ऐसा इस अवधि में मार्केट वैल्यूएशन में वृद्धि की वजह से भी हो सकता है।
127 फीसदी बढ़ी पत्नी की संपत्ति, है 22 लाख रुपये की जूलरीगडकरी की पत्नी के पास अब 7.3 करोड़ रुपये की संपत्ति है और 2014 की तुलना में उनकी संपत्ति 127 फीसदी बढ़ी है। गडकरी के पास वर्ली में एक फ्लैट है। 2014 में इसकी कीमत 3.78 करोड़ रुपये थी, जो 12.5 फीसदी इजाफे के बाद 4.25 करोड़ रुपये हो गई है। उनके पास करीब 22 लाख रुपये की जूलरी है।
बैंक जमा में कमी, 2014 के मुकाबले 57 फीसदी की गिरावटपुराने और नए शपथपत्रों की तुलना पर पता चलता है कि गडकरी के बैंक डिपॉजिट और निवेश में काफी कमी आई है। बैंक में उनके 9 लाख रुपये जमा हैं और यह 2014 के मुकाबले 57 फीसदी कम है। उन्होंने चुनाव के उद्देश्य से एक अलग अकाउंट खोला है और इसमें 1 लाख रुपये हैं।
बाजार में उनका निवेश 78 फीसदी कम होकर 3.55 लाख रुपये रह गया है। ऐसा पूर्ति ग्रुप ऑफ कंपनीज सहित शेयरों की बिक्री की वजह से हुआ है। उनके पास पूर्ति पावर ऐंड सुगर के 310 शेयर हैं, जिनकी कीमत प्रति शेयर 1 रुपये है।
तीन आपराधिक मामले लंबित, पर्सनल लोन में बढ़ोतरीगडकरी के पास एक ऐंबैसडर कार है, जिसकी कीमत 10 हजार बताई गई है, जबकि 20 लाख रुपये की एक होंडा भी है। उन्होंने 14.8 लाख रुपये कारोबार में लगाए हैं। उनका पर्सनल लोन 2014 में 1.3 करोड़ से बढ़कर 1.57 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। उनके खिलाफ तीन आपराधिक मामले लंबित हैं।