सीनियर नेता और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने लोकसभा चुनाव 2019 में मोदी सरकार की विदाई का दावा किया है। शरद पवार ने कहा अगर 23 मई के बाद बीजेपी को सरकार बनाने के लिए बुलाते है तो वह सदन में अपना बहुमत सिद्ध नहीं कर सकेगी। शरद पवार ने दावा किया कि अगर मोदी सरकार बनाने में कामयाब हो भी जाते हैं तो उसका वही हस्र होगा जो 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिन की सरकार का हुआ था।
हालांकि, शरद पवार ने ये साफ साफ संकेत दिए कि लोकसभा चुनाव नतीजों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरेगी, लेकिन बहुमत से दूर रहेगी।
ABP न्यूज़ से खास बातचीत में शरद पवार ने त्रिशंकु लोकसभा की स्थिति में हॉर्स ट्रेडिंग की किसी भी गुंजाइश से इनकार करते हुए स्पष्ट किया कि सारे पक्ष एक साथ होंगे। शरद पवार ने कहा, ‘’21 मई को नॉन बीजेपी सरकार बनने की प्रक्रिया की शुरुआत होगी। सभी पक्ष कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाने के लिए एक साथ आएंगे। सभी विपक्षी दल बैठक कर रहे हैं। उसके बाद हम कोई फैसला करेंगे।’’
शरद पवार ने कहा, ‘’हम सब अलग-अलग लड़े हैं लेकिन हमारी कोशिश पांच सालों तक एक स्थिर सरकार देने की होगी और मेरी जिम्मेदारी इन सभी को साथ रखने की होगी।’’ इस दौरान शरद पवार ने मजाकिया लहजे में कहा कि बीजेपी गलत कह रही है। वह तो 500 सीटें जीतेगी। उन्होंने कहा, ‘’8 महीने पहले तीन राज्यों से उनकी सरकार गई। इससे लोगों का ट्रेंड समझा जा सकता है।’’
गठबंधन की स्थिति में नरेंद्र मोदी स्वीकार नहीं- पवारइससे पहले भी शरद पवार कह चुके हैं, ‘’लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बहुमत नहीं मिलेगा। वहीं अगर ये सबसे बड़ी पार्टी बनी तो भी उसे गठबंधन की जरूरत पड़ेगी। बीजेपी बड़ी पार्टी बन सकती है पर उसे बहुमत नहीं मिलेगा और गठबंधन की स्थिति में नरेंद्र मोदी स्वीकार नहीं होंगे। इस चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे। उन्हें बहुमत के लिए जो आंकड़े चाहिए वो उन्हें नहीं मिलने वाले हैं।’’