नाथूराम गोडसे को बताया देशभक्त, बयान देकर मुश्किलों में फंसी साध्वी प्रज्ञा, चुनाव आयोग ने मांगी रिपोर्ट

मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान पर चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश चुनाव आयोग से रिपोर्ट मांगी है। चुनाव आय़ोग ने एमपी के चुनाव अधिकारी से आज शाम तक ‘तथ्यात्मक रिपोर्ट’ देने को कहा है। सीईओ की रिपोर्ट के आधार पर आयोग यह फैसला करेगा कि इस बयान से चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है या नहीं। नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने का बयान देकर प्रज्ञा की देशभर में किरकरी हो गई थी। बीजेपी ने उसके इस बयान से दूरी बना ली थी, जबकि विपक्षी दलों ने इसकी घोर निंदा करने के साथ-साथ इस बयान को देशद्रोही बयान तक बता दिया था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने तंज कसते हुए कहा, 'बापू का हत्यारा देशभक्त? हे राम! खुद को अपने उम्मीदवार से अलग कर लेना ही काफी नहीं है। बीजेपी के राष्ट्रवादी दिग्गजों को तुम्हारा रुख साफ करने की हिम्मत है।' हालाकि प्रज्ञा ने अपने इस बयान के बाद माफी मांगी है। मध्य प्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष विजेश लुनावत ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें प्रज्ञा कह रही हैं, ‘‘यह मेरा निजी बयान था। मैं रोड शो कर रही थी। इस दौरान मुझे भगवा आतंकवाद के बारे में प्रश्न पूछा गया। यह मेरा त्वरित जवाब था क्योंकि मैं रास्ते में थी। मैं किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती थी। मेरे बयान से अगर किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगती हूं। वीडियो में उन्होंने कहा, ‘‘मैं गांधी जी का बहुत सम्मान करती हूं। गांधी जी ने जो देश के लिए किया है उसे भुलाया नहीं जा सकता है। मैंने टीवी नहीं देखा है लेकिन जो पार्टी लाइन है, बीजेपी का निष्ठावान कार्यकर्ता होने के नाते मैं भी उस पर चलूंगी।' उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बयान के लिए माफी मांगती हूं।'’

पहले भी दे चुकी है विवादित बयान

बता दें, इससे पहले भी प्रज्ञा विवादित बयान दे चुकी है। प्रज्ञा ने कहा था आतंकवादी विरोधी दस्ते (एटीएस) प्रमुख करकरे ने मालेगांव विस्फोट मामले की जांच के दौरान उन्हें यातनाएं दी थीं और उनके शाप की वजह से ही करकरे की 26/11 आतंकवादी हमले में मौत हुई थी। इसके अलावा उन्होंने एक बयान दिया था कि 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में शामिल होने के लिये उन्हें अपने ऊपर गर्व है।

बता दे, प्रज्ञा वर्ष 2008 में हुए मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं और फिलहाल जमानत पर हैं। भोपाल लोकसभा सीट पर प्रज्ञा का मुख्य मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह से है। इस सीट पर 12 मई को मतदान हो चुका है और अब वह पार्टी के अन्य प्रत्याशियों के लिए प्रदेश में प्रचार कर रही हैं।

कमल हासन ने गोडसे को कहा था देश का पहला हिन्दू आतंकवादी

मालूम हो कि सोमवार को तमिलनाडु के अरावकुरिचि में अपनी पार्टी मक्कल निधि मय्यम के उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार के दौरान अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन (Kamal Haasan) ने कहा था कि आजाद भारत का पहला आतंकी एक हिंदू था। उसका नाम नाथूराम गोडसे था। यहीं से आतंक की शुरुआत हुई थी। कमल हासन के इस बयान के बाद उनकी कड़ी आलोचना हो रही है।