बड़ी कार्रवाई: आचार संहिता उल्लंघन को लेकर योगी, मायावती, आजम और मेनका पर बैन

चुनाव आयोग ने आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर कड़ी सख्ती दिखाई है। चुनाव आयोग ने कल कड़ी कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीएसपी सुप्रीमो मायावती के सांप्रदायिक बयान को लेकर दोनों ही नेताओं को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी मानते हुए प्रतिबंध लगा दिया है।

चुनाव आयोग ने योगी आदियत्यनाथ पर 3 दिन और मायावती पर 2 दिन के लिए चुनाव प्रचार, भाषण और बयानबाज़ी करने पर रोक लगा दी। दोनों नेताओं पर चुनाव आयोग का प्रतिबंध 16 अप्रैल सुबह 6 बजे से लागू हो जाएगा। मायावती को देवबंद में उनके भाषण में मुसलमानों से किसी विशेष पार्टी को वोट न देने की अपील करने के लिये नोटिस जारी किया गया था। प्रथम दृष्टया यह पाया गया कि बीएसपी प्रमुख ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया था।

वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के सीएम आदित्यनाथ को मेरठ में एक रैली को संबोधित करते हुए उनकी "अली" और "बजरंग बली" वाली टिप्पणी के लिए नोटिस दिया गया था। बीजेपी नेता आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनावों की तुलना इस्लाम में श्रद्धेय 'अली' और हिंदू देवता बजरंग बली के बीच मुकाबले से की थी। आदित्यनाथ ने कहा था, "अगर कांग्रेस, सपा, बीएसपी को 'अली' पर विश्वास है तो हमें 'बजरंग बली' पर विश्वास है। दोनों नेताओं के बयानों की शिकायत चुनाव आयोग से की गई थी। इतना ही नहीं आचार संहिता का उल्लंघन को दखते हुए चुनाव आयोग ने आजम खान और मेनका गांधी के चुनाव प्रचार पर भी रोक लगा दी। आजम खान के चुनाव प्रचार पर 72 घंटे और मेनका गांधी के चुनाव प्रचार पर 48 घंटे के लिए बैन लगा दिया है। चुनाव आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत प्रदत्त अधिकारों को इस्तेमाल करते हुये दोनों नेताओं के रवैये की आलोचना करते हुये देश में कहीं भी प्रचार अभियान में हिस्सा लेने से रोका है।

आजम खान ने बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा के खिलाफ सारी हदें लांघते हुए बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में रामपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने जयाप्रदा का नाम लिए बगैर उन पर जमकर निशाना साधते हुए कहा था कि जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, रामपुर की गलिया, रामपुर की सड़कों की पहचान कराई, किसी का कांधा नहीं लगने दिया उसके शरीर से आप गवाही दोगे...छूने नहीं दिया, गंदी बात नहीं करने दी...आपने दस साल अपना प्रतिनिधित्व कराया। मगर आपमें और मुझमें क्या फर्क है?... रामपुर वालों, उत्तर प्रदेश वालों, हिंदुस्तान वालो...उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लग गए, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का जो अंडरवियर है वो खाकी रंग का है। इस पर चुनाव आयोग ने कड़ा कदम उठाया है और उन पर 72 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है।

वहीं बीजेपी की उम्मीदवार मेनका गांधी ने भी सुल्तानपुर से समुदाय विशेष को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। इसकी चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी। अब चुनाव आयोग ने आजम खान के साथ मेनका गांधी पर भी बैन लगा दिया है। मेनका गांधी पर 48 घंटे का बैन लगाया गया है। दोनों नेताओं पर ये बैन कल सुबह 10 बजे से लागू हो जाएगा।

आपको बता दें कि दूसरे चरण के लिये 18 अप्रैल को होने वाले मतदान के मद्देनजर 16 अप्रैल को शाम पांच बजे से प्रचार अभियान थम जायेगा।