दिल्ली की मौजूदा सियासी स्थिति के बीच कुमार विश्वास (Dr Kumar Vishvas) ने एक बार फिर सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर निशाना साधा। कुमार विश्वास (Kumar Vishvas) ने अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर परोक्ष रूप से तंज कसते हुए ट्वीट किया, "जमानत" ज़ब्त के डर से आत्ममुग्ध बौने ने चुनाव घोषणा के दिन ही "अमानत" छोड़ दी। बता दे, रविवार को बहुप्रतीक्षित 17वीं लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) कार्यक्रम की घोषणा चुनाव आयोग (Election Commision) ने कर दी है। सात चरणों में होने वाला लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई तक चलेगा। वहीं गुरुवार 23 मई को नतीजों का एलान किया जाएगा। आयोग ने लोकसभा की कुल 543 सीटों पर 7 चरणों में चुनाव का ऐलान किया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। घोषणा के साथ ही आचार संहिता लग गई है। वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को खत्म हो रहा है। बड़ी बात यह है कि सबसे ज्यादा 80 सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश, 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल और 40 सीटों वाले बिहार में सभी सातों चरणों में वोट डाले जाएंगे। चुनाव तिथियों की घोषणा के साथ ही सियासी दल अपनी रणनीति को धार देने में जुट गए हैं। दिल्ली की बात करें तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने पार्टी की वरिष्ठ नेता और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि मुलाकात के दौरान सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन के मुद्दे पर किसी तरह की चर्चा हुई।
आपको बता दें कि सोनिया गांधी से शीला दीक्षित की मुलाकात के बाद AICC सूत्रों ने कहा, सोनिया गांधी और दीक्षित के बीच मुलाकात के दौरान गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा हुई और सोनिया ने उनसे कांग्रेस और आप के बीच वोटों के विभाजन से बीजेपी के लिये चुनावों में जीत का रास्ता बनने के परिणाम पर विचार करने को कहा। दिल्ली कांग्रेस की नेता ने दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के दौरान गठबंधन पर किसी तरह की बातचीत को खारिज किया था।दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, शीला जी सोमवार को प्रस्तावित हमारे बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन के लिये सोनिया गांधी को निमंत्रण देने गई थीं और यह एक अफवाह है कि गठबंधन पर चर्चा हुई जिसे पहले ही खारिज किया जा चुका है। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के एक और कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलौठिया ने कहा कि सोनिया गांधी पहले ही कह चुकी हैं कि पार्टी से संबंधित मसलों पर पार्टी अध्यक्ष फैसला लेंगे। उन्होंने कहा, ऐसी स्थिति में वह गठबंधन के मुद्दे पर कैसे राहुल गांधी के विरोधाभासी कुछ कह सकती हैं।