डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' के पोस्टर को लेकर जारी विवाद के बीच डायरेक्टर लीना मणिमेकलई ने एक और ट्वीट किया है। लीना मणिमेकलई ने अपने ट्वीट में एक फोटो शेयर की है जिसमें भगवान शिव और मां पार्वती का रोल कर रहे एक्टर्स को धूम्रपान करते दिखाया गया है। फोटो को ट्वीट करते हुए Leena Manimekalai ने लिखा, 'कहीं और..' इसपर ट्विटर यूजर्स फिर भड़क गए है। एक ने लिखा कि वह सिर्फ नफरत फैला रही हैं। दूसरे ने लिखा कि उनको अपने धर्म का अपमान करना बंद करना चाहिए।
लीना मणिमेकलई द्वारा ट्वीट की गई इस फोटो पर राजनेताओं का बयान आना भी शुरू हो चुका है। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने इसपर बयान दिया है। उन्होंने लिखा कि यह रचनात्मक अभिव्यक्ति की बात नहीं है, यह जानबूझकर उकसावे का मामला है।
हिंदुओं को गाली देना = धर्मनिरपेक्षता?
हिंदू आस्था का अपमान = उदारवाद?
शहजाद पूनावाला ने आगे लिखा कि लीना का हौसला इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि उनको पता है कि लेफ्ट पार्टियां, कांग्रेस, TMC उनको सपोर्ट कर रही है। अबतक TMC ने महुआ मोइत्रा पर एक्शन नहीं लिया है।
फिल्म काली के पोस्टर पर हुआ था विवादताजा विवाद से पहले Leena Manimekalai की फिल्म काली के पोस्टर पर विवाद हुआ था। पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया था। इसके साथ ही उनके एक हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा झंडा भी नजर आ रहा है। विवाद के बाद ट्विटर ने प्रोड्यूसर-डायरेक्टर लीना मणिमेकलई का पोस्ट हटा लिया था।
हिंदू संगठन लगातार इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। हिंदुओं ने लीना पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं, कई राज्यों में एफआईआर दर्ज हो गई है। दिल्ली में, यूपी में और मुंबई में इस फिल्म के पोस्टर को धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताकर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
कनाडा के म्यूजियम ने मांगी माफीडाक्यूमेंट्री 'काली' के पोस्टर को कनाडा में आयोजित किए गए एक प्रोजेक्ट 'अंडर द टेंट' के तहत प्रदर्शित किया गया है। यह प्रोजेक्ट टोरंटो के आगा खान म्यूजियम में प्रदर्शित किया गया था। इस पर कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने इस मामले पर आपत्ति जताते हुए कंटेंट को हटाने की मांग की थी। हालांकि, बाद में कनाडा के जिस म्यूजियम में इसे दिखाया गया था, उसने हिंदू आस्था को ठेस पहुंचाने पर खेद प्रकट किया था और माफी मांगी थी।
कौन हैं लीना मणिमेकलई?लीना मणिमेकलई मदुरै के दक्षिण में स्थित सुदूर गांव महाराजापुरम की रहने वाली हैं। उनके पिता कॉलेज लेक्चरर थे। वो एक किसान परिवार से थीं और उनके गांव की प्रथा के मुताबिक प्यूबर्टी के कुछ साल बाद लड़कियों की शादी उनके मामा से करवा दी जाती थी। जब लीना को पता चला कि घरवाले अब उनकी शादी की तैयारी कर रहे हैं तब वह चेन्नई भाग गईं। इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की। उन्होंने आईटी सेक्टर में नौकरी भी की। उन्होंने कई नौकरियां करने के बाद फिल्म बनाने के क्षेत्र में आने का फैसला किया।